उत्तराखण्ड
योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड: पुलिस की गिरफ्तारी में असफलता पर भारी आक्रोश, आरोप कि कोई VIP दे रहा है संरक्षण,
हल्द्वानी में योगा ट्रेनर ज्योति मेर की हत्या के मामले में पुलिस 19 दिन बीतने के बाद भी फरार अपराधियों को पकड़ने में असमर्थ रही है। इस असफलता को लेकर स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों में भारी आक्रोश है। आरोप लगाया जा रहा है कि कहीं इस मामले में कोई प्रभावशाली VIP अपराधियों को संरक्षण तो नहीं दे रहा, जिससे पुलिस के हाथ खाली हैं।
बुद्ध पार्क में तीसरे दिन लगातार धरना प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने जिला पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को लचर बताया और एसएसपी नैनीताल की बर्खास्तगी की मांग की। प्रदर्शन में पहुंचे वक्ताओं ने कहा कि पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है, ठीक वैसे ही जैसे अंकित भंडारी हत्याकांड में हुआ था। उन्होंने कहा कि टाउन में पुलिस का गुंडाराज चल रहा है और अपराधी बिना किसी भय के घूम रहे हैं।
धरने में प्रमुख वक्ताओं ने यह भी कहा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे इस अत्याचार को अब सहन नहीं किया जाएगा। यदि एसएसपी घटनाओं को रोकने में असफल हैं, तो उन्हें जिम्मेदार ठहराकर बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। जिला महामंत्री राजेन्द्र कांडपाल ने भी कहा कि जनता न्याय की मांग करती रहेगी और तब तक आंदोलन जारी रहेगा जब तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता।
नगर अध्यक्ष फौजी भुवन पाण्डेय समेत दर्जनों लोग धरने में मौजूद थे और उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक हत्याकांड नहीं, बल्कि प्रदेश में अपराध और गुंडाराज के खिलाफ जागरूकता पैदा करने वाला आंदोलन है।
इस पूरे मामले से साफ है कि जनता अब न्याय के लिए सड़कों पर उतरी है, और पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह जल्द से जल्द इस मामले का समाधान करे और दोषियों को कानूनी सजा दिलाए, जिससे व्यवस्था में विश्वास बहाल हो सके।















