उत्तराखण्ड
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने 8 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से 8 गांव गोद लेने की नई पहल
देहरादून: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने राज्यपाल एवं कुलाधिपति के निर्देशानुसार सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत 8 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से 8 पिछड़े गांवों को गोद लेने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी की अध्यक्षता में आयोजित निदेशक मंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।बैठक के अनुसार, प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय अपने क्षेत्र के तीन शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े गांवों की सूची प्रस्तुत करेगा। विश्वविद्यालय प्राथमिकता के आधार पर सूची में से एक-एक गांव चयनित करेगा। चयनित गांवों में जागरूकता कार्यक्रम, शिक्षा-संबंधी गतिविधियां, सामुदायिक सहयोग एवं निशुल्क पुस्तक वितरण जैसी व्यापक पहलें चलाई जाएंगी।गांवों के विकास और समन्वय के लिए एक नामित प्रोफेसर मॉनिटरिंग करेंगे और क्षेत्रीय निदेशक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। कुलपति ने बताया कि यह पहल गांवों को शिक्षा, कौशल विकास और सामाजिक उत्थान की दिशा में नये अवसर देगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करेगी।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी एवं प्रोफेसर भी उपस्थित थे, जिनका सहयोग एवं समर्थन इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण होगा।







