उत्तराखण्ड
समरस और संगठित हिन्दू समाज के निर्माण के लिए संघ गंभीर,,,
हल्द्वानी,,,विश्व शांति और समृद्धि के लिए समरस और संगठित हिन्दू समाज का निर्माण आवश्यक है हिंदू समाज मानव एकता और विश्व कल्याण की अवधारणा पर विश्वास करता है ये कारण है कि भारत राष्ट्र कई प्रकार के उतार चढ़ाव के उपरात भी निरन्तर आगे बढ़ रहा है उक्त विचार प्रान्त संघचालक बहादुर सिंह बिष्ट ने पत्रकार वार्ता के दौरान व्यक्त किए , उन्होंने कहा कि भारत राष्ट् को परम वैभव और समर्थवान राष्ट्र के रूप में विकसित करने हेतु डॉ केशव बलि राम हेडगेवर ने 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेव संघ की स्थापना की थी इसके अंतर्गत दैनिक शाखा के रूप में व्यक्ति निर्माण की कार्यपद्धति विकसित की जो हमारी सनातन परम्पराओं व मूल्यों के परिप्रेक्ष में राष्ट्रीय निर्माण का निस्वार्थी साधन बन गया संघ ने अपनी 100 वर्ष की यात्रा में समाज का अटूट विश्वास और स्नेह प्राप्त किया है उन्होंने कहा कि संघ के स्वयं सेवकों ने समाज के सभी लोगों को साथ चलने का प्रयास किया है शताब्दी के अवसर पर संघ के स्वयं सेवक जन जन के बीच जाकर संघ के कार्यकलापों का प्रचार कर समरथ व संगठित हिन्दू समाज के निर्माण कार्य करेंगे,,
इस दौरान डॉ विजेश बनकोटी , सह प्रान्त प्रचार प्रमुख ने भी संघ की गतिविधियों व शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला,,

