उत्तराखण्ड
सत्संग में बताई गुरु की महिमा
अजय कुमार वर्मा
हल्द्वानी यहां मानव उत्थान सेवा समिति के तथावधान में रेलवे क्रॉसिंग टनकपुर रोड गोल्चा कंपाउंड राजपुरा हल्द्वानी में सदभावना सत्संग समारोह का आयोजन किया गया जिसमे मानव धर्म के प्रेणता सदगुरुदेव श्री सतपाल महाराज जी के आत्म अनुभवी शिष्य महात्मा सत्यबोधानंद द्वारा गुरु की महिमा का बहुत ही सुंदर वर्णन किया बताया कि जिस व्यक्ति के जीवन में गुरु का सानिध्य हो जाता है उसके लिए फिर जीवन में कुछ भी मुश्किल नहीं होता है उन्होंने कहा कि गरल सुधा रिपु करई मिताई, गोपद सिंधु अनल सितलाई अर्थात गुरु की कृपा जब शिष्य पर होती है तो उसके लिए बड़े से बड़े झंझावातों का विष भी अमृत के समान हो जाता है दुष्ट प्रवृत्ति के लोग भी उसके साथ शत्रुता छोड़कर प्रेम का व्यवहार अपनाने लगते हैं और भव बंधन का यह विशाल भवसागर गाय के खुर के समान अत्यंत सुगमता से पार होने वाला हो जाता है अर्थात वह तमाम प्रकार के बंधनों से मुक्त होकर परम पद को प्राप्त करता है तमाम प्रकार के ताप एवं संताप की प्रचंड अग्नि भी उसके लिए हिमगिरी के हिम की तरह शीतल पवन हो जाती है विभिन्न धर्म शास्त्रों विशेषकर श्री रामचरितमानस में गहन जानकारी रखने वाली महात्मा प्रचारिका बाई ने गुरु महिमा के अलावा ज्ञान और भक्ति से जुड़े भी अनेक प्रसंगों के माध्यम से उपस्थित श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया उन्होंने कहा कि कलि काल में आध्यात्मिक के द्वारा ही व्यक्ति वास्तविक सुख आनंद एवं परम शांति को प्राप्त कर सकता है, इस अवसर पर संत महात्माओं ने जानकारी दी की 12 जनवरी को लालकुआं के अंबेडकर पार्क रामलीला मैदान में दिव्यांग जनों को विवेकानंद जयंती के अवसर पर कंबल वितरित किए जाएंगे तथा सद्भावना सत्संग का भी आयोजन किया जाएगा इस अवसर पर श्वेता शर्मा रमा देवल राम सुमरनी राठौर अमर सिंह सबिता गुप्ता उषा कश्यप शरला शर्मा भदौरिया भगवान दास वर्मा ऊमा शंकर भट्ट राम खेलावन समेत अनेकों को लोग मौजूद रहे