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उत्तराखण्ड

बागजाला वासियों का संघर्ष 59वें दिन भी जारी, सड़क मरम्मत के लिए पीडब्ल्यूडी ने किया स्थलीय निरीक्षणवन विभाग के खिलाफ आगामी धरने की चेतावनी,

हल्द्वानी। बागजाला ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को 59वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों की आठ सूत्रीय मांगों में बागजाला को मालिकाना अधिकार, निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाना, पंचायत चुनाव के अधिकार बहाल करना, विकास कार्य शुरू करना और पेयजल योजना को चालू करना प्रमुख हैं।अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला कमेटी ने चेतावनी दी थी कि 13.31 लाख रुपये का बजट जारी होने के बावजूद सड़क मरम्मत कार्य शुरू न होने की स्थिति में धरना पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने स्थानांतरित किया जाएगा। आंदोलन के दबाव में बुधवार को लोक निर्माण विभाग (PWD) के एई, जेई एवं संपूर्ण टीम धरना स्थल पर पहुंची और सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने सड़क की जर्जर स्थिति अधिकारियों को दिखाते हुए तत्काल मरम्मत की मांग की। इस पर विभागीय अधिकारियों ने शीघ्र मरम्मत शुरू करने का आश्वासन दिया।किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी ने कहा कि अब यदि सड़क का निर्माण आरंभ नहीं किया गया तो लोक निर्माण विभाग के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि बागजाला गांव में भवन निर्माण कार्यों पर वन विभाग की ओर से लगाई गई रोक अब भी कायम है। यदि यह रोक नहीं हटाई गई तो अगला धरना तराई पूर्वी डीएफओ कार्यालय में दिया जाएगा।धरने में विमला देवी, वेद प्रकाश, आनन्द सिंह नेगी, हेमा देवी, हरक सिंह बिष्ट, गोपाल सिंह बिष्ट, मोहम्मद परवेज, आजम, भोला सिंह, मीना भट्ट, चन्दन सिंह मटियाली, इशरार अहमद, हेमा आर्य, गणेश राम, पार्वती देवी, ललित प्रसाद, गीता, सोहन लाल, दुर्गा देवी, नसीम, नीलम आर्य, दिनेश चन्द्र, विमला पांडे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।अखिल भारतीय किसान महासभा, बागजाला के सचिव वेद प्रकाश ने बताया कि ग्रामीणों का यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं।

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