उत्तराखण्ड
मुखानी चौराहे से क्रियाशाला रोड के बीच अतिक्रमण हटाने गई टीम पर पथराव, जेसीबी का शीशा टूटा, कार्रवाई रूकी,,
हल्द्वानी। मुखानी चौराहे से क्रियाशाला रोड के बीच चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान शनिवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब कब्जाधारक पक्ष के लोगों ने नगर निगम की जेसीबी पर पथराव कर दिया। अचानक हुए इस हमले में जेसीबी का अगला शीशा चटक कर पूरी तरह टूट गया। घटना के बाद मौके पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिस कारण प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को रोक दिया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी भारी संख्या में मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास शुरू किया।सिंचाई विभाग की भूमि पर हाइटेक शौचालय प्रस्तावनगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक मुखानी चौराहे से नीचे सिंचाई विभाग की खाली पड़ी भूमि पर हाइटेक शौचालय निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। नगर निगम का कहना है कि शहर में स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने और सार्वजनिक सुविधाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से इस जगह पर आधुनिक सार्वजनिक शौचालय बनाया जाना है। इसी क्रम में शनिवार को नगर निगम और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम नियमानुसार अतिक्रमण हटाने के लिए मौके पर पहुंची थी, ताकि प्रस्तावित निर्माण कार्य के लिए जमीन को खाली कराया जा सके।नोकझोंक से शुरू हुआ विवाद पथराव तक पहुंचाजानकारी के अनुसार टीम के मौके पर पहुंचते ही कब्जाधारक पक्ष के लोगों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। पहले कहासुनी और नोकझोंक हुई, लोगों ने अतिक्रमण तोड़ने का विरोध करते हुए टीम के साथ बहसबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते माहौल गरमाता चला गया और विरोध तेज होता गया। आरोप है कि इसी बीच भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।पथराव के दौरान नगर निगम की जेसीबी मशीन को निशाना बनाया गया। पत्थर लगने से जेसीबी का अगला शीशा जोरदार धमाके के साथ टूट गया। जेसीबी में मौजूद चालक और कर्मचारियों ने किसी तरह खुद को बचाया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और टीम के सदस्य व मजदूर जान बचाकर इधर‑उधर भागने लगे।वार्ड नंबर 17 हीरानगर क्षेत्र का मामलामामला हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र के हीरानगर स्थित वार्ड संख्या 17 का बताया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर काफी समय से इस भूमि पर अतिक्रमण को लेकर चर्चा चल रही थी। नगर निगम का कहना है कि संबंधित भूमि सिंचाई विभाग की है और वहां किसी तरह का निजी कब्जा वैध नहीं है। इसके बावजूद कुछ लोगों ने अस्थायी और अर्द्ध–पक्के ढांचे खड़े कर रखे थे, जिन्हें चिन्हित कर अतिक्रमण की श्रेणी में रखा गया था।सुरक्षा के मद्देनजर कार्रवाई रोकी गईपथराव की सूचना मिलते ही कोतवाली हल्द्वानी और मुखानी थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया और तनावपूर्ण स्थिति को शांत करने के लिए लोगों से बातचीत की। प्रारंभिक हालात को देखते हुए प्रशासन और नगर निगम अधिकारियों ने संयुक्त रूप से फिलहाल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को रोकने का निर्णय लिया। अधिकारियों का कहना है कि बिना पर्याप्त पुलिस बल और सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारी विरोध के दौरान कार्रवाई जारी रखना जोखिम भरा हो सकता था, इसलिए पहले स्थिति सामान्य किए जाने पर जोर दिया जा रहा है।दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारीनगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सरकारी टीम पर पथराव, सरकारी कार्य में बाधा डालना और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। निगम प्रशासन ने बताया कि इस संबंध में वीडियो फुटेज और फोटो एकत्र किए जा रहे हैं तथा मौके पर मौजूद कर्मचारियों और अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। पथराव करने वाले उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्रस्तावित हाइटेक शौचालय निर्माण कार्य को नियमानुसार पूरा कराया जाएगा। नगर निगम ने यह भी संकेत दिए हैं कि पुलिस सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम होने के बाद दोबारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा, ताकि सार्वजनिक सुविधा हेतु स्वीकृत परियोजना में किसी प्रकार की बाधा न आए।








