उत्तराखण्ड
काकोरी एक्शन के सौवें वर्ष पर क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन की विचार गोष्ठी आयोजित,,
हल्द्वानी/नैनीताल, 21 दिसंबर 2025। क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन (क्रालोस) ने काकोरी एक्शन के सौ वर्ष पूरे होने पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी शुरू होने से पूर्व शहीदों को पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद एक क्रांतिकारी गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।पहले वक्ता मोहन मटियाली ने काकोरी शहीदों के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन में रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां जैसे नौजवानों ने संयुक्त रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वरिष्ठ पत्रकार दीप भट्ट ने अपने विचार रखते हुए कहा कि देश में आजादी का प्रभाव इतना व्यापक था कि बॉलीवुड में भी क्रांतिकारी फिल्में बनीं, लेकिन आज यह कम हो रहा है। इसलिए क्रांतिकारी विचारों का समाज में व्यापक प्रचार आवश्यक है।एडवोकेट बबीता ने संयुक्त पहलकदमी कर अधिकारों की रक्षा पर जोर दिया। स्वतंत्र पत्रकार उमेश विश्वास ने आजादी के नायकों के विचारों को आत्मसात कर एकता मजबूत करने की आवश्यकता बताई। अंबेडकर मिशन के जी.आर. टम्टा ने संविधान को हथियार बनाकर अधिकारों के लिए संघर्ष करने पर बल दिया। परिवर्तनकामी छात्र संगठन के महेश ने आरोप लगाया कि सरकारें इतिहास बदलकर क्रांतिकारियों के विचारों को हटा रही हैं। भाकपा माले के कैलाश पांडेय ने सरकारों पर गरीबों को अतिक्रमण के नाम पर बेदखल करने का आरोप लगाया। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की रजनी ने महिलाओं पर अपराधों के बढ़ते ग्राफ पर चिंता जताई। जनवादी लोक मंच से योगेश, शिवदेव सिंह, विजय तिवारी, टी.आर. पांडेय आदि ने भी अपने विचार रखे।गोष्ठी का संचालन मुकेश भंडारी और शेखर चंद्र ने किया। इसमें उमेश विश्वास (स्वतंत्र पत्रकार), विजय तिवारी, जी.आर. टम्टा, वरिष्ठ पत्रकार दीप भट्ट, अनुराग, उमेश, रजनी, मोहन मटियाली, अनीता देवी, अधिवक्ता बबीता, शिवदेव सिंह, शेखर चंद्र, रियासत अली, भुवन चंद्र, आकाश भारती, पंकज अंबेडकर, चंदन, योगेश, हिमानी, प्रकाश, उमेश पांडेय आदि उपस्थित रहे।












