उत्तराखण्ड
श्री विजयदशमी उत्सव पर आरएसएस स्वयंसेवकों ने किया शस्त्र पूजन व पथ संचलन,
कोटद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सोमवार देर सायं सुदर्शन उपनगर की मानपुर बस्ती में श्री विजयदशमी उत्सव का आयोजन किया गया। उत्सव के दौरान स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन और पथ संचलन कर संगठन की एकता और अनुशासन का परिचय दिया।कार्यक्रम का शुभारंभ आरएसएस के प्रांत कार्यसमिति सदस्य एवं मुख्य वक्ता ऋतुराज, कार्यक्रम अध्यक्ष राकेश काला और नगर कार्यवाह प्रशांत कुकरेती ने प्रभु श्रीराम और मां भारती के चित्र के समक्ष शस्त्र पूजन के साथ किया। स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में मानपुर बस्ती बेलाडाट से आंचल दूध डेयरी, पदमपुर चौक होते हुए ज्ञानवृक्ष विद्यालय तक अनुशासित पथ संचलन में शामिल हुए। इस दौरान बस्ती क्षेत्र की महिलाओं ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का गर्मजोशी से स्वागत किया।मुख्य वक्ता ऋतुराज ने अपने संबोधन में संघ की सौ वर्ष की गौरवपूर्ण यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह यात्रा त्याग, सेवा, अनुशासन और समर्पण का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने डॉ. हेडगेवार, गुरुजी, बाबासाहेब देवरस और रज्जू भैया सहित सभी पूर्व संघ प्रमुखों का स्मरण करते हुए संगठन को घर-घर तक पहुंचाने पर बल दिया।उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि मातृभूमि की रक्षा के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र भी आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि कलयुग में संगठन ही शक्ति है, और आज संघ की शाखाओं से देश और विश्व में भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का प्रभाव फैल रहा है।कार्यक्रम में नगर कार्यवाह प्रशांत कुकरेती, सुदर्शन उपनगर कार्यवाह विजेंद्र मैंदोला, सहकार्यवाह रोहित बलोदी, मणिराम शर्मा, सतीश देवरानी, हिमांशु द्विवेदी, अमित कुमार सहित 60 से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित रहे।































