उत्तराखण्ड
प्रगतिशील भोजनमाता संगठन द्वारा अपने स्थाई रोजगार व न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन ,,
हल्द्वानी। प्रगतिशील भोजनमाता संगठन द्वारा अपने स्थाई रोजगार व न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में प्रदर्शन व सभा की गई।। सभा का संचालन प्रगतिशील भोजनमाता संगठन उत्तराखंड नैनीताल यूनियन की अध्यक्ष शारदा देवी वह प्रचार मंत्री चंपा गिनवाल ने किया। सभा का संचालन करते हुए सारदा ने कहा कि हम 20-22 सालों से स्कूलों में खाना बनाने का काम कर रही है लेकिन बच्चे काम होते ही हमें विद्यालय से निकाल दिया जाता है। जो हमारी मानसिक पीड़ा को बढ़ा रहा है वही यूनियन महामंत्री रजनी जोशी ने कहा कि भोजनमाता विद्यालय में चार-चार कर्मचारियों के बराबर काम कर रही है उन पर अतिरिक्त काम के लिए दबाव बनाया जाता है मना करने पर स्कूल से निकलने की धमकी दी जाती है और कई बार निकल भी दिया जाता है कारकारणी सदस्य हेमा तिवारी ने कहा हम चार-चार कर्मचारियों के बराबर काम करते है इसके बावजूद हमे एक कर्मचारी का वेतन भी बड़ी मुश्किल से मिलता है वही कार्यकारिणी सदस्य विमल पवार ने कहा कि हमें स्कूल में जिओ के आधारित समय से ज्यादा देर रोका जाता है और हमारे मना करने पर काम से निकलने की धमकी दी जाती है। तुलसी ने कहाँ की हमे वेतन बोनस समय पर नहीं दिया जाता है। प्रदर्शन को समर्थन देते हुए प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की अध्यक्ष बिंदु गुप्ता ने कहा कि न सिर्फ भोजनमाताएं बल्कि आशा वर्कर आंगनबाड़ी उपनल कर्मचारी के साथ भी इसी तरह का शोषण उत्पीड़न हो रहा है लेकिन भोजन माताएं सबसे निचले पायदान पर आती है सरकार एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करती है वही भोजनमाता को न्यूनतम वेतन तक नहीं दे रही है शहर में अलग-अलग जगह इजाबेड़ी महोत्सव किया जा रहे हैं पर भोभोजनमा के साथ यह अमानवीय व्यवहार किया जा रहहै। ै कार्यक्रम का समर्थन देते हुए परिवर्तन कामी छात्र संगठन के महासचिव महेश ने कहा कि सरकार कहा को भोजनमाता की जायज मांगे पूरी होनी चाहिए। सरकार द्वारा उज्जवला गैस योजना का हल्ला मचाया जाता है लेकिन खुद सरकार के सरकारी स्कूलों में गैस की सुविधा उपलब्ध नहीं है यह अन्याय पूर्ण है । सरकार को भोजन माता की मांगों को तुरंत मानना चाहिए। कार्यक्रम का समर्थन करते हुए क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के टी०आर०पांडे जी ने कहा कि भोजनमाताएं सबसे निचले पायदान पर आती है कई विधवा परित्याग व एकल महिलाएं है जिन पर अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी है।सरकार द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है सरकार द्वारा भोजन माता को न्यूनतम वेतन व स्थाई रोजगार दिया जाना चाहिए। सभा में दो प्रस्ताव पास किए गये। जिसमें पहला नैनीताल में 12 वर्षिय बच्ची के साथ यौन हिंसा के विरोध में ।दूसरा शहला के साथ अभ्रदता व सांप्रदायिक माहौल के विरोध में।
कल एसडीम महोदय के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन दिया जाएगा। कार्यक्रम में पुष्पा जलाल, रूपा देवी, मंजू, शोभा, आरती सहित कई भोजनमाता शामिल हुई,
