उत्तराखण्ड
बिंदुखत्ता में पहाड़ी आर्मी की बैठक: पहाड़ियों को एकजुट होने का आह्वान,
बिंदुखत्ता के तिवारी नगर में हाल ही में आयोजित पहाड़ी आर्मी की सदस्यता अभियान और बैठक में क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता महिला जिला अध्यक्ष प्रेमा मेर ने की, जिन्होंने बिंदुखत्ता क्षेत्र को उत्तराखंड के सबसे अधिक पिछड़े पहाड़ी क्षेत्रों में से एक बताते हुए कहा कि यहां रहते हुए भी क्षेत्र को न तो नगर पालिका का दर्जा मिला है और न ही मालिकाना हक।जिला अध्यक्ष फौजी राजेंद्र कांडपाल ने कहा कि जैसे दमुवादूंगा में मालिकाना हक के लिए आंदोलन सफल रहा, उसी तरह बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम बनाने के लिए संगठन संघर्ष करेगा। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को इस लड़ाई में एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने साथ ही कहा कि बिंदुखत्ता अपनी पहाड़ी संस्कृति, भाषा और पर्वतीय तीज-त्योहारों को संरक्षित रखने वाला क्षेत्र है, जो सराहनीय है।बैठक में जिला प्रभारी दीपा पांडे व उपाध्यक्ष अंजू पाण्डे ने जानकारी दी कि 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हल्द्वानी के रूद्राक्ष बैंक्विट हॉल में “उत्तराखंड राज्य: कहां और क्यों” विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी जनता को आमंत्रित किया गया है।इस अवसर पर दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने पहाड़ी आर्मी की सदस्यता ग्रहण की और संगठन के साथ पहाड़ी संस्कृति की रक्षा तथा अधिकारों की लड़ाई में समर्थन का संकल्प लिया।यह बैठक बिंदुखत्ता के लोगों की सामाजिक-राजनीतिक एकजुटता और अधिकारों की मांग को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

























