उत्तराखण्ड
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु की शहादत दिवस के अवसर पर दमुवाढुंगा में नुक्कड़ सभा कर दी गई श्रद्धांजलि ,,,
हल्द्वानी ,,,। परिवर्तनकामी छात्र संगठन के आह्वान पर क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए। नुक्कड़ सभा का संचालन पछास के उमेश ने किया।
सभा मे वक्ताओं ने कहा कि अंग्रेजों ने भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु को शरीर से खत्म किया तो आजाद भारत की सरकारों ने उनके विचारों की हत्या की। अंग्रेज देश के संशाधनों और मेहनत की लूट से अपना साम्राज्य चमका रहे थे, साथ ही भारत के रजवाड़ों-पूंजीपतियों को भी लूट के कुछ टुकड़े फेंक रहे थे। वहीं आजाद भारत की सरकारों ने पूंजीपतियों के लिए मेहनत और संशाधनों की लूट जारी रखी। यह लूट वक्त के साथ और अधिक निर्मम हो गयी। जिसको हर कोई महसूस कर रहा है।
वक्ताओं ने आगे कहा कि देश मे जारी साम्प्रदायिक तनाव आज राज्यसत्ता के सहयोग से फासीवाद की ओर पहुंच गया है। ऐसा कर सरकारों ने क्रांतिकारियों के विचारों की फिर-फिर हत्या की है।
सभा में महेश, उमेश, रजनी, टीकाराम जी ने वक्तव्य रखा। सभा में चंदन, अनुराग, रुपाली, हेमा, आदि लोग उपस्थित रहे। सभा का समापन ‘ऐ भगत सिंह तू जिंदा है’ गीत से किया गया। द्वारा मोहन मटियाली क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन

