उत्तराखण्ड
हिंदी दिवस पर डीएलएसए नैनीताल द्वारा विधिक साक्षरता शिविर आयोजित,
पवनीत सिंह बिंद्रा
नैनीताल, 14 सितम्बर।
माननीय उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के दिशा-निर्देशानुसार एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / जिला न्यायाधीश श्री हरीश कुमार गोयल के मार्गदर्शन में रविवार को जिला मुख्यालय स्थित नेन्सी कॉन्वेंट स्कूल एवं नेन्सी नर्सिंग कॉलेज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व सिविल जज (सी0डि0) / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल श्रीमती पारुल थपलियाल ने किया।
शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सचिव श्रीमती थपलियाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए हिंदी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को संघ की राजकीय भाषा का दर्जा प्रदान किया था। हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि संस्कृति व एकता की पहचान है।
उन्होंने नशा उन्मूलन, साइबर अपराध और पॉक्सो अपराध जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विधिक जानकारी दी। प्राविधिक स्वयं सेवक उमा भंडारी ने हिंदी दिवस एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों पर विवरण प्रस्तुत किया, जबकि रिटेनर अधिवक्ता तारा आर्या ने नालसा टोल फ्री नंबर 15100 की जानकारी दी।
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं कविता पाठ का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता में छात्रों ने “राष्ट्रीय जीवन में हिंदी का महत्व”, “एकता के लिए हिंदी” तथा “विधिक जागरूकता और हिंदी” विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के समापन पर सचिव श्रीमती थपलियाल ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य, यशवंत कुमार, अंबिका सहित विद्यालय व कॉलेज के शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
















