उत्तराखण्ड
आशा वर्कर्स यूनियन की काशीपुर बैठक: सरकारी दर्जा व श्रम कोड विरोध की मांग,,
काशीपुर, 22 दिसंबर। ट्रेड यूनियन एक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की ब्लॉक कमेटी की बैठक आज काशीपुर में आयोजित हुई ।प्रमुख मांगें उठीं राज्य उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने कहा कि यूनियन 2011 से आशा वर्कर्स के अधिकारों के लिए लड़ रही है। उन्होंने आशा वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग पर जोर दिया, क्योंकि आशाएं स्वास्थ्य विभाग के हर कार्य के साथ-साथ यूसीसी के तहत शादियों का रजिस्ट्रेशन (प्रति रजिस्ट्रेशन 25 रुपये) जैसे अतिरिक्त काम भी कर रही हैं। यूनियन इस मनमानी का सख्त विरोध करती है।

श्रम कोडों पर चिंताजिला उपसचिव अनिता अन्ना ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू 4 नए श्रम कोड्स की आलोचना की, जो पुराने 44 कानूनों को समाप्त कर मजदूरों के यूनियन बनाने सहित अधिकार छीन लेंगे।
आशाओं को अभी मजदूरी के बराबर वेतन भी नहीं मिला, फिर भी इन कोड्स से उनका संघर्ष का अधिकार भी छिन जाएगा। भावी कार्यक्रम बैठक में 28 दिसंबर को हल्द्वानी में राज्य कमेटी की बैठक को सफल बनाने का फैसला हुआ, जिसमें प्रत्येक ब्लॉक से दो पदाधिकारी शामिल होंगे।उपस्थित सदस्य रीता कश्यप, सुधा शर्मा, शशि वाला, मधु, सुशीला ठाकुर, स्नेहलता चौहान, सोनिया, राजबाला, ममता गोस्वामी, कुसुम चौहान, रेनू वर्मा, अंकुर, नसीम, शमा, परवीन, मंजू चौहान, सुभद्रा, अनीता कश्यप, मोनिका, सुषमा देवी, नसीम झा, पूनम सक्सेना, वंदना, जगदंबा, लक्ष्मी, मधुबाला, सोनी शर्मा, प्रभा देवी, अर्चना शर्मा, उमा चौहान, ममता अग्रवाल, चित्रा चौहान आदि मौजूद रहीं।









