उत्तराखण्ड
बागजाला में ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 72वें दिन भी जारी।,
सरकार बसाने की नीति बनाए, उजाड़ने की नहीं : विमला रौथाण
हल्द्वानी। बागजाला क्षेत्र के ग्रामीणों का अपने आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जारी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन मंगलवार को 72वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने सरकार से बागजाला को राजस्व ग्राम घोषित करने, निवासियों को उनके कब्जे वाली भूमि पर मालिकाना हक देने, निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने, पेयजल योजना को जल्द पूरा करने, बिजली कनेक्शन बहाल करने और पंचायत चुनावों में सम्मिलित करने जैसी मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखा हुआ है।धरना स्थल पर पहुँची अखिल भारतीय किसान महासभा बिन्दुखत्ता की वरिष्ठ किसान नेता विमला रौथाण ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार केंद्र की तर्ज पर गरीबों और किसानों को उजाड़ने की नीतियां लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी नीति में बदलाव कर किसानों और गरीबों को बसाने की दिशा में कदम उठाने चाहिए, ताकि जनता के साथ न्याय हो सके।धरना सभा को सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक गणेश राम, प्रेम सिंह नयाल, रेशमा, दीवान सिंह बरगली, मो. सुलेमान मलिक, आनंद सिंह नेगी समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।धरना प्रदर्शन में हरक सिंह बिष्ट, आनंद सिंह नेगी, दौलत सिंह कुंजवाल, वेद प्रकाश, गोपाल सिंह बिष्ट, धनीराम आर्य, सिद्धार्थ, रेखा, कंचन, खजान चंद, भोला सिंह, सुनीता देवी, नीमा देवी, दिनेश चंद्र, डॉ. उर्मिला रेंसवाल, बिमला पांडे, हेमा आर्य, हेमलता, तुलसी देवी, दीवान सिंह बरगली, सोहनलाल, चंदन सिंह मटियाली, राधा, रानी, गंगा देवी, मोहम्मद जमील, सिद्दीकी नसीम अहमद, मोहम्मद सुलेमान मलिक समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भागीदारी की।सभा का संचालन अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला के सचिव वेद प्रकाश ने किया।
























