उत्तराखण्ड
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा में राज्यपाल ने गुरु नानक देव जी के ज्योति-जोत दिवस पर देश-प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए की अरदास,
देहरादून, 16 सितम्बर 2025। उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज डोईवाला स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा में गुरु नानक देव जी के ज्योति-जोत दिवस के पावन अवसर पर मत्था टेककर देश-प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए मन, वचन और कर्म से अरदास की।राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु नानक देव जी ने जो मार्गदर्शन दिया है, वह सभी मानवजाती के लिए जीवन में एक आदर्श बन गया है। उन्होंने बताया कि गुरु नानक जी के मूल मंत्र ‘इक ओंकार सत नाम’ में एक गहरी पवित्र प्रेरणा निहित है, जो लोगों को करुणा, न्याय और समानता के मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करता है।उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं ‘नाम जपो, कीरत करो’ का संदेश समाहित करती हैं, जो हमें सच्चाई और ईमानदारी के साथ जीवन यापन करने की प्रेरणा देती हैं। उनकी शिक्षाएं समाज में एकता, भाईचारा और प्रेम की भावना को बनाए रखने का कार्य करती हैं।राज्यपाल ने कहा कि गुरु नानक देव की शिक्षाएं आज के परिप्रेक्ष्य में भी उतनी ही प्रासंगिक हैं और हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, जो बुराई से दूर रहकर मानव सेवा और आध्यात्मिक उन्नति की राह दिखाती हैं। उन्होंने सभी से इन शिक्षाओं को अपने जीवन का पथ प्रदर्शक बनाने की अपील की।इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग और श्रद्धालु मौजूद थे, जिन्होंने इस पावन आयोजन में हिस्सा लिया।
















