उत्तराखण्ड
राज्य स्थापना दिवस पर पहाड़ी आर्मी करेगी विचार गोष्ठी विषय – “25 वर्षों में उत्तराखंड कहाँ और क्यों,,
हल्द्वानी, ,,मुखानी बसंत विहार में आज पहाड़ी आर्मी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें संगठन के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने पहाड़ी हिंदू सशक्तिकरण अभियान की रूपरेखा पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने पर्वतीय संस्कृति, अस्मिता और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।जिला प्रभारी (महिला) दीपा पांडे और जिलाध्यक्ष राजेंद्र कांडपाल ने बताया कि राज्य स्थापना के 25 वर्षों में जहाँ सरकार रजत जयंती मनाने में व्यस्त है, वहीं जनता अब भी शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की मूल पहचान और भाषा मिटने की कगार पर है। इसी विषय पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हल्द्वानी स्थित नवाबी रोड के रूद्राक्ष बैंक्विट हॉल में “25 वर्षों में उत्तराखंड कहाँ और क्यों” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है।बैठक में वक्ताओं ने राज्य आंदोलनकारियों व सभी सामाजिक संगठनों से इस गोष्ठी में सम्मिलित होने की अपील की। महिला जिलाध्यक्ष उपाध्यक्ष प्रेमा मेर, सचिव अंजू पांडेय और नीमा भट्ट ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में देवभूमि में महिला अपराधों की दर इतनी बढ़ी है कि प्रदेश अब दानवभूमि बनता जा रहा है।नगर अध्यक्ष फौजी भुवन पांडे ने कहा कि जिन आदर्शों—संस्कृति, परंपरा, रीति, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार—के लिए राज्य का निर्माण हुआ था, उन्हें नीति-निर्माताओं ने भुला दिया है और बाहरी विचारधाराएँ पहाड़ों पर थोपी जा रही हैं।इस अवसर पर कई महिलाओं और पुरुषों ने हरीश रावत के हाथों पहाड़ी आर्मी की सदस्यता ग्रहण की। नवीन सदस्यों में पूर्व स्वास्थ्य निदेशक शैलजा भट्ट, डॉ. सुशीला भट्ट, कंचन शर्मा, ममता लोहनी, मंजू भट्ट, आशा देवी, प्रीति तिवारी, हेमलता पंत, रेखा लोहनी, आशा पंत, पार्वती पंत, सपना पंत, लक्ष्मी पांडे, नीमा पंत, विमला पंत, सुधा जोशी, हेमा मेहता, दीपा सुयाल, नमिता, इंदिरा पांडे, सविता शर्मा, गीता गौड़ और दीपा बोरा शामिल रहीं।बैठक में जिला उपाध्यक्ष हरेंद्र राणा, कंचन रौतेला, उपाध्यक्ष रमा पांडेय, नगर संगठन मंत्री गीता बिष्ट तथा नगर अध्यक्ष कविता जीना भी मौजूद रहीं।





















