उत्तराखण्ड
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के चार वर्ष पूर्ण, समर्पित सेवाभाव से विकास का मार्ग प्रशस्त,
देहरादून, 15 सितम्बर।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) आज अपने चार वर्षों के सफल कार्यकाल को पूरा कर चुके हैं। उनके कार्यकाल में उन्होंने उत्तराखंड के विकास को गति देने के लिए पांच मुख्य मिशनों की स्थापना की, जिनमें पलायन रोकना, महिला सशक्तिकरण एवं बालिकाओं की शिक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं तकनीक, जैविक खेती और स्वास्थ्य संबंधी पहल प्रमुख हैं।उनके नेतृत्व में राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ है, खासकर विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता और शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गईं। उन्होंने विश्वविद्यालयों के स्वच्छ प्रशासन के लिए पारदर्शिता बढ़ाई और डिजिटलकरण को प्रोत्साहन दिया। राजभवन में भी उन्होंने आधुनिक AI स्मार्ट ऑटोमेशन सिस्टम को लागू करके दक्षता बढ़ाई है।राज्यपाल का जनहित और सैनिकों के प्रति गहरा लगाव रहा है। वे प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों व महत्वपूर्ण सैन्य स्थलों का निरीक्षण कर आए हैं और शहीदों, जवानों के प्रति सम्मान एवं समर्पण व्यक्त किया है।उन्होंने टीबी मुक्त भारत अभियान में भी व्यापक भागीदारी की, हजारों समर्थकों को जोड़कर इस अभियान को मजबूती प्रदान की। सामाजिक, शैक्षिक और स्वास्थ्य से जुड़े जागरूकता अभियानों का आयोजन कर प्रदेश में जनहित की दिशा में काम किया।राज्यपाल की ये विशेषताएं उनकी ब्रह्मचर्य, सरलता, उदारता और देशभक्ति की भावना का परिचय देती हैं, जो उन्हें जनता के बीच लोकप्रियता और सम्मान दिलाती हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को उनके समर्पित और सफल कार्यकाल के लिए हार्दिक बधाई दी है और प्रदेशवासियों की सुख-शांति के लिए उनके प्रयासों की सराहना की है।राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका और प्रदेश की खुशहाली, शांति तथा विकास की कामना की।यह चार साल राज्यपाल जी के प्रशासन में उत्तराखंड के लिए विकास, पारदर्शिता, शिक्षा और जनसेवा के क्षेत्र में स्मरणीय रहे हैं, जिससे प्रदेश का सर्वांगीण कल्याण हुआ है। उनके कार्यकाल की यह सफलता प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत बनी है।कुल मिलाकर, राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने जनसेवा, विकास और तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है, जिनसे प्रदेश का सामाजिक और आर्थिक स्वरूप सुदृढ़ हुआ है। उनके समर्पण और नेतृत्व ने उन्हें जनता के बीच अत्यंत सम्मानित बनाया है। मुख्यमंत्री जैसे कई वरिष्ठ नेता भी उनकी प्रशंसा करते हैं और उनके योगदान को सराहते हैं।���












