उत्तराखण्ड
गीता जयंती पर प्राचीन हल्दु देवी मंदिर में गीता पाठ का आयोजन,,
हल्द्वानी रेलवे बाजार स्थित प्राचीन हल्दु देवी मंदिर में संस्कृतभारती हल्द्वानी के तत्वाधान में गीता जयंती के अवसर पर भव्य गीता पाठ आयोजित किया गया। इस पावन अवसर पर संस्कृतभारती नैनीताल जनपद के अनेक कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। यह आयोजन संस्कृतभारती द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न स्थानों पर गीता जयंती मनाने की परंपरा के अंतर्गत हुआ। देश के अनेक हिस्सों में भी गीता जयंती के उपलक्ष में गीता पाठ एवं संबद्ध सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।कार्यक्रम में संस्कृतभारती के प्रांत प्रचार प्रमुख श्री जगदीश चन्द्र जोशी, विभाग संयोजक डॉ. जगदीश पांडे, विभाग सहसंयोजक डॉ. नीरज जोशी, जनपद गीता शिक्षण प्रमुख डॉ. कैलाश सनवाल, जनपद मंत्री डॉ. मोहित जोशी, मंदिर के अर्चक एवं प्रसिद्ध कथा वक्ता श्री रितेश जोशी समेत संस्कृत विद्यालय के छात्र भी उपस्थित थे। इस आयोजन से गीता के दिव्य उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया।गीता जयंती मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है, वह दिन जब भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के युद्धभूमि में अर्जुन को जीवन, धर्म और कर्म का ज्ञान दिया था। 2025 में यह पर्व 1 दिसंबर को मनाया गया। यह दिन केवल धार्मिक महत्व का नहीं, बल्कि जीवन के सही मार्गदर्शन और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है। गीता पाठ और पूजा-अर्चना के माध्यम से जीवन में शांति, साहस और स्पष्टता आती है, और कर्मों की महत्ता का बोध होता है।इस प्रकार हल्द्वानी में प्राचीन हल्दु देवी मंदिर में गीता जयंती का आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा।














