उत्तराखण्ड
अतिक्रमण हटाओ अभियान: हल्द्वानी में नगर निगम की सख्ती, पर स्थायी समाधान पर सवाल बरकरार,,
पवनीत सिंह बिंद्रा
हल्द्वानी। नगर निगम की टीम ने रविवार को प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर शहर के बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। यह अभियान पटेल चौक, मीरा मार्ग, बर्तन बाजार, सदर बाजार और कालाढूंगी चौराहे सहित प्रमुख बाजारों में चलाया गया। इस दौरान फुटपाथ पर अवैध रूप से रखे गए सामान को जप्त किया गया तथा दुकान के आगे दुकान लगवाने वाले व्यापारियों पर 25,000 रुपये का चालान भी किया गया।नगर निगम ने वेंडिंग कार्ड के बिना ठेला लगाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की। निगम प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि फुटपाथों पर किए जा रहे अतिक्रमण और बिना अनुमति के लगाए जाने वाले ठेलों पर अभियान आगे भी जारी रहेगा। इसके लिए लगातार बाजार क्षेत्रों में अनाउंसमेंट भी कराया जा रहा है।इस कार्रवाई के दौरान नगर आयुक्त, उप जिलाधिकारी राहुल शाह और सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल चौहान उपस्थित रहे।सतही कार्रवाई या स्थायी समाधान?हालांकि, स्थानीय लोगों और बाज़ार व्यापारियों का कहना है कि ऐसे अभियान अक्सर केवल दिखावे तक सीमित रह जाते हैं। प्रशासन के जाने के कुछ समय बाद ही वही स्थिति फिर से लौट आती है। सवाल यह भी उठता है कि नगर निगम की दुकानों का आकार और उपयोग नियमानुसार है या नहीं। कई दुकानों के आगे ठेले लगाने वालों से कथित रूप से 12,000 रुपये मासिक किराया वसूले जाने की चर्चा भी सामने आई है, जबकि यह हिस्सा सरकारी सड़क क्षेत्र में आता है।अतिक्रमण से बढ़ती अव्यवस्थाबाजारों में अवैध कब्जे और ठेले-खोमचे के कारण खरीदारों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। भीड़भाड़ के चलते महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार या छेड़छाड़ जैसी स्थिति भी कई बार बन जाती है। यही कारण है कि लोग अब मॉलों की ओर रुख कर रहे हैं जहां भीड़ और अव्यवस्था नहीं होती।अंतहीन लुका-छिपी का खेलस्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक अतिक्रमण के खिलाफ ठोस और स्थायी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यह समस्या ‘बिल्ली और चूहे के खेल’ की तरह बनी रहेगी — प्रशासनिक टीम के जाते ही अतिक्रमण करने वाले फिर से लौट आते हैं।
















