उत्तराखण्ड
राज्यपाल से सिख प्रतिनिधिमण्डल की भेंट, गुरुबानी शिक्षाओं के प्रसार पर की चर्चा,,
देहरादून ,,राजभवन में राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh (सेवानिवृत्त) से सिख प्रतिनिधिमण्डल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल ने श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की शिक्षाओं और उनके सार्वभौमिक व सामाजिक संदेश को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाने के महत्व पर चर्चा की। साथ ही, वे श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें प्रकाश पर्व की तैयारियों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श कर रहे हैं।प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल के साथ विभिन्न सामाजिक मुद्दों और उनके समाधान पर चिंतन किया। राज्यपाल ने सिख परंपराओं एवं गुरुवाणियों को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए प्रतिनिधिमण्डल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने शिक्षा, सेवा और भाईचारे के गुणों को सभी तक पहुँचाने पर विशेष जोर दिया।गुरु ग्रन्थ साहिब का सामाजिक प्रभावश्री गुरु ग्रन्थ साहिब की शिक्षाएँ प्रेम, एकता, समानता और सेवा का संदेश देती हैं, जो जाति, धर्म और सामाजिक भेदभाव को निरस्त करती हैं। ये शिक्षाएँ सामाजिक न्याय, धार्मिक सद्भाव और पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर भी प्रकाश डालती हैं। गुरु साहिब जी की वाणी आज के युग में भी सामाजिक सद्भाव और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने में अत्यंत प्रासंगिक हैं।350वां प्रकाश पर्व के आयोजनश्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें प्रकाश पर्व के उत्सव के लिए व्यापक तैयारियाँ चल रही हैं, जिसमें धार्मिक आयोजन, नगर कीर्तन और सामाजिक कार्यक्रम शामिल हैं। पूरे देश और विदेश में इस ऐतिहासिक अवसर को भव्य रूप से मनाने हेतु समितियाँ सक्रिय हैं।राज्यपाल के विचार और संदेशराज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने कहा कि सिख धर्म की शिक्षाएँ और परंपराएँ आज के सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने में मार्गदर्शक हैं। वे सभी से अपील करते हैं कि वे शिक्षा, सेवा और भाईचारे के आदर्शों को जीवन में अपनाएं और सामाजिक सौहार्द बढ़ाएं।यह विस्तृत समाचार स्थानीय अखबारों और आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध है तथा राज्य में सिख समुदाय और अन्य जन समुदायों के लिए प्रेरक और जानकारीपूर्ण समाचार के रूप में प्रसारित किया जा रहा है।
















