उत्तराखण्ड
कुमाऊँ द्वार महोत्सव 2025 का रंगारंग शुभारंभ, लोक संस्कृति की झलकियों ने मोहा मन,
हल्द्वानी। कुमाऊँ की लोक संस्कृति और परंपराओं से सजे कुमाऊँ द्वार महोत्सव 2025 का आगाज़ बड़े ही धूमधाम के साथ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर रंग-बिरंगी प्रस्तुतियों और लोक धुनों से पूरा वातावरण सांस्कृतिक रंग में रंग गया।लोक नृत्य प्रतियोगिता में झूमे दर्शकआज अपराह्न 3 बजे से आरंभ हुई लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी श्रेष्ठ प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में कोरियोग्राफर श्री अंकित और लोककर्मी मोहेर पांडे शामिल रहे।परिणाम (सीनियर वर्ग):मोहितस्मृति अधिकारीपूजा मेहतापरिणाम (जूनियर वर्ग):वैष्णवी भगतपीशा (दिल्ली)शानवीछलिया नृत्य और लोक गायन ने बांधे समांपिथौरागढ़ के छलिया कलाकारों ने सोर घाटी की वीरता और पारंपरिक परंपराओं का जीवंत चित्रण किया। लोक गायन की श्रंखला में पिथौरागढ़ के कैलाश कुमार ने “खिड़की में भैाली” और “रंडीलो मेरा मुन्स्यारा” जैसी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दन्या के बलवीर सिंह राणा, जिन्हें “छपती किंग” कहा जाता है, ने “चूड़ी त्यार हात में खनकनी” गीत से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।राकेश खनवाल ने “क्रीम पाउडर” और “हिमूली” जैसे गीतों पर जोशभरा माहौल बना दिया, जबकि दीपिका राज ने पिथौरागढ़ की लोकधुनों पर अपनी प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया।कल मुख्यमंत्री होंगे उपस्थितकार्यक्रम में शोविद दिगारी और खुशी दिगारी ने माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कल, 13 अक्तूबर को महोत्सव स्थल पर उपस्थित होकर प्रतिभागियों को अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे।आगामी कार्यक्रमकल के आकर्षणों में शामिल होंगे —छोलिया नृत्य प्रतियोगिताव्यंजन प्रतियोगितालोक गायन प्रतियोगितालोक गायन में भाग लेंगे:सौरभ मैठाणी (“तू बिसलेरी वाली”)ललित गिल्यार (“ब्यारी चाहा बनै दे”)पुष्कर महरकार्यक्रम का संचालन संजय पंत ने किया, जबकि डांस परफॉर्मेंस प्रस्तुत किया गया अंकित और उनकी टीम द्वारा।

















