उत्तराखण्ड
सदगुरु की कृपा से ही ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति
हल्द्वानी, उत्तराखंड, 20 दिसंबर। संत निरंकारी मिशन हल्द्वानी के तत्वाधान में रामपुर रोड स्थित रामबाग के खुले प्रांगण में एक विशाल सत्संग का आयोजन किया गया। दिल्ली से पधारे संत निरंकारी मिशन के ज्ञान प्रचारक महात्मा नेपाल सिंह चौधरी जी ने सत्संग को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य जन्म दुर्लभ है, ऐसा सभी धर्म ग्रंथों का मत है। इस जन्म का लक्ष्य प्रभु प्राप्ति है। सद्गुरु अनादिकाल से ब्रह्मज्ञान प्रदान करते आ रहे हैं। हर इंसान को ब्रह्मज्ञान की आवश्यकता है। ब्रह्मज्ञान के बिना इंसान अधूरा है और भ्रमों से घिरा रहता है। सदगुरु की कृपा से ही ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति संभव है।बाबा अवतार सिंह जी महाराज ने संपूर्ण अवतार वाणी में फरमाया है:
भक्ति लोग अभी न समझे, प्रभु को पाना भक्ति है।
तज के सारे भरम भूलेखे, गुरु रिझाना भक्ति है।उन्होंने कहा कि यह मनुष्य जन्म व्यर्थ न गंवाएं, बल्कि ईश्वर प्राप्ति कर प्रभु भक्ति में लगाएं। जैसे श्रीरामचरितमानस में कहा गया है:
जासु कृपा सब भरम मिट जाए।
उमा सोई कृपाल रघुराई!आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज भी अपने विचारों में यही समझाती हैं कि सतगुरु द्वारा दिए ब्रह्मज्ञान से इंसान का पार उतारा जा सकता है। इसी ब्रह्मज्ञान से सारे भ्रम समाप्त हो जाते हैं और जीवन सुखमय हो जाता है। अंत में ब्रांच संयोजक आनंद सिंह नेगी जी ने उपस्थित साधसंगत एवं सेवादल के भाई-बहनों का आभार व्यक्त किया।













