उत्तराखण्ड
” तुम हो सब राजन के राजा “
आज हल्द्वानी साहिब श्री गुरु गोंबिन्द सिंघ जी के पावन प्रकाश पूरब के संबंध में गुरद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा ,हलद्वानी में गुरमत समागम की शुरुवात हुई।शाम के दीवान की शुरुवात रेहरास साहिब के पाठ से शुरु हुई ।उसके उपरन्त हजूरी रागी नाजर सिंघ जी ने शब्द कीर्तन करा।उसके बाद गुरु नानक सेवक जत्थे के बच्चों जसपाल सिंघ,दलजीत सिंघ ने रासभिन्ना कीर्तन करके संगत को निहाल कर दिया।उपरन्त बच्चे अमितोज कौर,तनप्रीत सिंघ आदि बच्चों ने भी मनोहर कीर्तन करा।उपरन्त प्रचारक निशान सिंघ जी,गुरद्वारा बीड़ बाबा बुढा साहिब पंजाब ने गुरु साहिब के उपदेशों को गुरु साहिब के जीवन से संबंधित साखियों द्वारा संगत को समझाया।उनोहने बताया कि गुरु साहिब की मनोकल्पित तस्वीरों की बजाए गुरु साहिब की पावन बानी से उनके विचार समझने की जरूरत है।गुरु गोंबिन्द सिंघ जी के पावन बचन साच कहूँ सुन लेहो सभै,जिन प्रेम कीयो तिन ही प्रभ पायो को हमे अपने जीवन मे धारण करके समाज मे फैलाना चाहिए।अंत मे रागी भाई प्यारा सिंघ जी बॉम्बे वालो ने गुरु साहिब की पावन बानी ” तुम हो सब राजन के राजा ” एवं ” पीवो पाहुल खंडे धार होये जन्म सुहेला ” आदि शब्दो के साथ पूरे वातावरण को भक्तिमयी बना दिया।संगत ने भी भाई साहिब के साथ गुरु साहिब की बानी को जपा।उपरन्त अरदास के साथ आज के दीवान की समाप्ति हुई।सब संगत ने गुरु का लंगर छका।स्टेज सेकेट्री जगजीत सिंघ ने कल के प्रोग्राम सुबह 8 बजे अखंड पाठ साहिब की समाप्ति एवं 2.30 बजे तक गुरद्वारा साहिब में धार्मिक दिवान के बारे में संगत को जानकारी दी। गुरु का लंगर अतूट बरतेगा ।मुख्य सेवादार रंजीत सिंघ जी ने समूह संगत का धन्यवाद करा।प्रोग्राम में कमेटी मेंबर रविंदर पाल सिंघ, बलविंदर सिंघ, तजिंदर सिंघ ,सम्पूर्ण सिंघ,मंजीत सिंघ, सतपाल सिंघ,,अमनपाल सिंघ,रविंदरपाल सिंघ शंटी,मनप्रीत सिंघ,सविन्दरपाल सिंघ,गुरदयाल सिंघ आदि मौजूद रहे।