उत्तराखण्ड
जल संस्थान एवम जल निगम लापरवाई हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है ।
जल ही जीवन है कही जगह पानी के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है।इसके विपरीत पिछले एक साल से हजारों लीटर पानी नाली में बर्बाद कोई सुध लेने वाला नही है कही बार जल संस्थान के अधिकारियों को अवगत करवा चुका हूं पर वो ये कह कर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि ये जल निगम की लाइन हैं जब जल निगम के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी तो वह कहते हैं हमने जल संस्थान को हैंडओवर कर दी है अब किसको कहा जाए थक हार कर इसकी जल बर्बादी की शिकायत मुख्य विकास अधिकारी डॉ संदीप।तिवारी जी को दी गई उनके द्वारा।शीघ्र ही इस जल बर्बादी को।रोका जाएगा इससे पता चलता है। कि तरह से इन अधिकारियो की लापरवाही से हजारों लीटर पानी नाली में बह रहा है।आखिर कब ये अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को निर्हाव करेगे ,