उत्तराखण्ड
विद्या भारती की वार्षिक कार्ययोजना बैठक सुमननगर में संपन्न,,
देहरादून के विद्या मंदिर सुमननगर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड, शिशु शिक्षा समिति एवं जन शिक्षा समिति की वार्षिक कार्ययोजना एवं समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक का शुभारंभ क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू, प्रांत निरीक्षक डॉ. विजयपाल सिंह, सह प्रांत निरीक्षक विनोद रावत एवं प्रधानाचार्य आशुतोष शर्मा ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
बैठक में विद्या भारती के चार आयाम — संस्कृति बोध परियोजना, विद्वत परिषद, क्रियाशोध एवं पूर्व छात्र — तथा पंच आधारभूत विषय — शारीरिक, योग, संगीत, संस्कृत एवं नैतिक शिक्षा — पर विचार-विमर्श हुआ। इसके अतिरिक्त 28 केंद्रीय विषयों जैसे बालिका शिक्षा, शिशु वाटिका, जनजातीय शिक्षा, वैदिक गणित, स्वदेशी, खेलकूद, पर्यावरण, विज्ञान, प्रशिक्षण, आई.सी.टी. आदि के प्रांत संयोजकों ने अपनी-अपनी वार्षिक योजनाएं प्रस्तुत कीं।
प्रांत निरीक्षक डॉ. विजयपाल सिंह ने सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर जोर देते हुए कहा कि उत्तराखंड प्रांत के प्रत्येक विद्यालय में इन्हें लागू करना प्रांत संयोजकों की जिम्मेदारी है।
क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने कहा — “विद्या भारती का उद्देश्य केवल शिक्षा नहीं, बल्कि संस्कारयुक्त शिक्षा देना है,” और सभी से अपने विषय को संस्कारयुक्त शिक्षा से जोड़ने का आग्रह किया।
इस मौके पर विभिन्न विषय प्रमुख जैसे लोकेंद्र अंथवाल, कलीराम भट्ट, पुरुषोत्तम बिजलवान, मंगतराम लोस्टा, अमरदीप सिंह, इंद्रपाल परमार, आकाश माहेश्वरी, पूनम अनेजा, दिनेश भट्ट सहित कई शिक्षाविद उपस्थित रहे।





