उत्तराखण्ड
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय ने प्रकाशित की मीमांसा दर्शन की पहली हिन्दी व्याख्या,
देहरादून, 8 सितम्बर 2025: उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने आज राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को मीमांसा दर्शन पर आधारित पुस्तकें भेंट कीं।
प्रो. शास्त्री ने बताया कि विश्वविद्यालय ने भारत के प्राचीन दर्शन ग्रंथ मीमांसा दर्शन की प्रथम हिन्दी व्याख्या का संपादन कर उसे लगभग दो हजार पृष्ठों में चार भागों में प्रकाशित किया है। यह कार्य केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के आर्थिक सहयोग से पूरा हुआ है। इस व्याख्या के माध्यम से भारतीय दर्शन और संस्कृति को समझने में गहरा शोध और ज्ञान उपलब्ध कराया गया है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शोधग्रंथ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और ज्ञान का स्रोत होंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय को भारतीय दर्शन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बधाई दी।
यह प्रकाशन भारतीय दर्शन के अध्ययन और संस्कृत साहित्य के संवर्धन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
















