उत्तराखण्ड
हल्द्वानी एमबी मैदान में आयोजित दस दिवसीय सरस आजीविका मेले का सोमवार को भव्य समापन,,
पवनीत सिंह बिंद्रा
हलद्वानी,,दस दिवसीय सरस मेले में देश के विभिन्न राज्यों से आए स्वयं सहायता समूहों की कुल रूपये 4,93,41,293-00 चार करोड़ तिरानब्बे लाख इकतालिस हजार दो सौ तिरानब्बे की बिक्री
सोमवार को समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विधायक लालकुंवाश्री मोहन सिंह बिष्ट ने प्रतिभाग किया।
सरस आजीविका मेला 2025 अंतर्गत सोमवार को देर सांय समापन दिवस पर सास्कृतिक संध्या में उत्तराखंड के विभिन्न लोक कलाकारों द्वारा अपनी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सरस आजीविका मेला 2025 में सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वयं सहायता समूहों में महिला स्वयं सहायता समूह चम्पावत पूर्णगिरी प्रथम स्थान व शगुन महिला सहायता समूह हल्द्वानी पहाड़ी उत्पाद द्वितीय स्थान एवं गौल्यू सहायता समूह चंपावत लोहार की कारीगरी में तृतीय स्थान प्राप्त किया।
मुख्य अतिथियों द्वारा इन्हें प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सास्कृतिक संध्या कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ मोहन सिंह बिष्ट विधायक लालकुआं ने कहा कि महिला समूहों के उत्पादों को बाजार तक पहुँचाने के उद्देश्य से लगाए गए इस सरस आजीविका मेले में निश्चित रूप से हमारी महिला समूहों को जहाँ आर्थिक लाभ मिला है वहीं एक दूसरे की सस्क्रति को व उत्पादों को जानने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि सरकार ने महिला समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत करने हेतु अनेक योजनाए संचालित की है। इस प्रकार के मेलों का आयोजन हर वर्ष सरकार द्वारा किया जा रहा है जिससे हमारी महिला स्वयं सहायता समूह एवं लोकल उत्पाद को बढ़ावा मिलेगा यह मेला राष्ट्रीय स्तर का है। उन्होंने मेले में अन्य राज्य से आए स्वयं सहायता समूह को आने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से धन्यवाद दिया।
सरस मेले के समापन पर मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डे ने सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिक, स्थानीय जनता सहित, देश के विभिन्न राज्यों से आए स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों, विभागों के अधिकारीयों, कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी।
और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, एपीडी चन्दा फर्त्याल सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण, स्थानीय जनता विभिन्न राज्यों से आए स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।

