उत्तराखण्ड
सारथी फाउंडेशन समिति ने राज्य स्थापना दिवस शहीदों को याद करते हुए बड़े धूम धाम से मनाया गया।
सारथी फाउंडेशन समिति के कार्यालय विमल कुंज छोटी मुखानी हलद्वानी में राज्य के शहीदों को याद करते हुए बड़े धूम धाम से मनाया गया।
राज्य स्थापना के अवसर पर प्रमुख आंदोलनकारी रहे हुकुम सिंह कुंवर और प्रेमा जोशी जी को संस्था द्वारा फूल माला से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हुकुम सिंह कुंवर ने राज्य बनने में आई कठिन परिस्थितियों को बताया और आज राज्य बनने के 22 साल के बाद भी पहाड़ की स्थितियां जस की तस बनी हुई है।अपने संबोधन में प्रेमा जोशी जी ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं ने उत्तराखंड आंदोलन में बड़ चढ़ कर हिस्सेदारी की लेकिन आज भी पहाड़ों में महिलाओं की स्थिति जस की तस बनी हुई है। और पहाड़ों में जंगली सुअर और बंदरों ने खेती को नुकसान पहुंचा कर महिलाओं की मेहनत पर पानी फेर दिया है।और सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
अपने संबोधन में मदन मोहन जोशी ने कहा की सभी जन प्रतिनिधियों को पहाड़ में जाकर समस्यों को हल करना चाहिए न कि मैदानों में जाकर रहना चाहिए।
कार्यक्रम में बोलते हुए संस्था के संस्थापक संयोजक नवीन पंत ने कहा कि संगठन के सभी सदस्य बड़े ही मनोयोग से पर्यावरण अभियान से जुड़े है और हमें इस मुहिम को और आगे बढाना है।
अंत में सुमित्रा प्रसाद ने सभी को स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा की हम सब सारथी के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में हमेशा तत्पर रहेंगे।
संबोधित करने वालों में जाकिर हुसैन, दीक्षा पन्त, नीलू नेगी, सुषमा सिंह ने सभा को सम्बोधित किया।।
कार्यक्रम में प्रमुख व्यवसाई हितेंद्र उप्रेती जी एवं अमित गुप्ता जी ने सारथी फाउंडेशन समिति को पर्यावरण संरक्षण अभियान को और गति प्रदान करने के लिए 200 कपड़े के थैले प्रदान किए।
आज के कार्यक्रम में सुमित्रा प्रसाद,नवीन पंत,ज्ञानेंद्र जोशी,प्रदीप सबरवाल,मदन मोहन जोशी,उमेश सैनी,दिशांत टंडन,मनीष पंत,जाकिर हुसैन,दीक्षा पंत पांडे, नीलू नेगी,सुषमा सिंह,आनंद आर्य,संदीप भट्ट,देवीदत्त सुयाल,संतोष गौड़,कैलाश चंद्र जोशी,शीला राणा,भावना पाठक,हेमा जोशी,रंजना जोशी,कला नेगी,सोना तिवारी,गीता बेलवाल,बबिता टकवाल,मीना शाही,नंदनी सती,भगवती बिष्ट आदि उपस्थित रहे।