उत्तराखण्ड
खालसा का मतलब शुद्ध । हर वो इंसान जिसके मन मे मजलूम ,गरीब के लिए दया,तरस एवं जुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत हो
वैसाखी के पावन पूरब के उपलक्ष्य में आज शाम को गुरद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा,हल्द्वानी में धार्मिक दीवान सजाया गया।रहरास साहिब के पाठ से शाम के दीवान की अरम्भता हुई।उपरन्त हजूरी रागी भाई नाज़र सिंघ जी ने कीर्तन आरम्भ करा उपरन्त गुरद्वारा दुखनिवारण साहिब,लुधियाना से आये प्रचारक भाई कुलविंदर सिंघ जी ने वैसाखी के इतिहास के बारे में विस्त्रित जानकारी दी।उनोहने बताया खालसा मतलब शुद्ध। हर वो इंसान जिसके मन मे मजलूम ,गरीब के लिए दया,तरस एवं जुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत हो,जो एक परमात्मा के अलावा किसी से न डरता हो न किसी को डराता हो खालसा बनने योग्य है।उनोहने बताया कि गुरु साहिब की लड़ाई किसी धर्म के विरुद्ध नही थी उनकी लड़ाई तो जुल्म,अत्याचार के खिलाफ थी।उसके बाद भाई जसपाल सिंघ जी,दलजीत सिंघ जी हल्द्वानी वाले एवं बाहर से आये भाई जसपाल सिंघ जी दिल्ली वाले के जत्थे ने शब्द कीर्तन की हाज़री भरी।भाई साहिब ने शब्द खालसा मेरी जान की जान, अम्रित पीवोह सदा चिर जीवो आदि शब्दो का गायन करके संगत को निहाल कर दिया।समूह संगत ने भाई साहिब के साथ शब्दो का गायन करा।
आज का मुख्य प्रोग्राम
हर साल वैसाखी वाले दिन हल्द्वानी में अमृत संचार होता है हर धर्म की अपनी अपनी मर्यादा है जिस को अपना कर इंसान उस धर्म को ग्रहण करता है।सिख धर्म मे प्रवेश करने की रीति अमृत छकना है।जो व्यक्ति अमृत
छकता है वह गुरु ग्रंथ साहिब जी के सामने पांच प्यारो के समक्ष ये प्रण करता है कि वह आज के बाद
1.केसों की बेअदबी नही करेगा
2.किसी भी प्रकार का नशा नही करेगा
3.कुठा हलाल मास का सेवन नही करेगा
4.पर इस्त्री/पर मर्द का साथ नही करेगा
आज गुरद्वारा सिंघ सभा मे अमृत संचार सुबह 10 बजे शुरू हुआ।धर्म प्रचार कमेटी अमृतसर की शाखा सिख मिशन उत्तराखंड से पाँच प्यारे भाई मंजीत सिंघ जी की जाथेदारी में गुरद्वारा साहिब पहुंचे।26 प्राणियों ने अमृत पान करा।गुरद्वारा साहिब के अध्यक्ष रंजीत सिंघ,जनरल सेक्टरी जगजीत सिंघ, केशियर रविंदरपाल सिंघ,मैनेजर अजादविन्दर सिंघ जी जहां प्रोग्राम में मौजूद रहे वहाँ सभी अमृत पान करने वाली संगत का एवं पांच प्यारे साहिबान का धन्यवाद करा।कल वैसाखी वाले दिन सुबह से दिवान सजेंगे। 1 बजे समाप्ति के बाद गुरु का लंगर अटूट बरतेगा।