उत्तराखण्ड
गुर नानक जिन सुण्या पेख्या” एवं “धन नानक तेरी वडी कमाई”
साहिब श्री गुरु नानक देव जी के 553वे पावन प्रकाश पूरब के संबंध में गुरद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा ,हल्द्वानी में गुरमत समागम की आज शुरुवात हुई।सर्वप्रथम हेड ग्रंथि स.अमरीक सिंघ जी ने रेहरास साहिब के पाठ से दीवान की शुरुआत की उपरन्त हजूरी रागी परमजीत सिंघ जी एवं साथियो ने शब्द कीर्तन करा।उपरन्त संगरूर से आये प्रचारक मनदीप सिंघ जी ने गुरु साहिब के उपदेशों को संगत के साथ गुरु साहिब के जीवन से संबंधित साखियों द्वारा समझाया।उनोहने बताया कि गुरु साहिब की मनोकल्पित तस्वीरों की बजाए गुरु साहिब की पावन बाणी से उनके विचार समझने की जरूरत है।गुरु साहिब के पावन बचन किरत करो, नाम जपो, और वंड के छको को हमे अपने जीवन मे धारण करके समाज मे फैलाना चाहिए।अंत मे भाई प्रेम सिंघ जी बंधु, हजूरी रागी बंगला साहिब,दिल्ली जी ने गुरु साहिब की पावन बानी “गुर नानक जिन सुण्या पेख्या” एवं “धन नानक तेरी वडी कमाई” आदि शब्दो के साथ पूरे वातावरण को भक्तिमयी बना दिया।संगत ने भी भाई साहिब के साथ गुरु साहिब की बानी को जपा।उपरन्त अरदास के साथ आज के दीवान की समाप्ति हुई।सब संगत ने गुरु का लंगर छका।जनरल सेकेट्री जगजीत सिंघ ने कल के प्रोग्राम सुबह 6 बजे अखंड पाठ साहिब की समाप्ति एवं 9.30 बजे से 3 बजे तक रामलीला ग्राउंड में धार्मिक दीवान के बारे में संगत को जानकारी दी। मुख्य सेवादार रंजीत सिंघ जी ने समूह संगत का धन्यवाद ,