उत्तराखण्ड
जोशीमठ में हेलंग घाटी प्रकरण स्पष्ट रूप से THDC के हितों को संरक्षण देने वाला दिखता है। राजा बहगुणा
“जोशीमठ में हेलंग घाटी प्रकरण स्पष्ट रूप से THDC के हितों को संरक्षण देने वाला दिखता है. इस मामले ने एक जमीन के टुकड़े को लेकर तूल पकड़ा है. इस जमीन पर भू माफिया (THDC) कब्जा कर अपने हित साधना चाहता है, इसीलिए उस जमीन पर खड़े पेड़ों को काटना चाहता था, जिसका स्थानीय महिलाओं ने विरोध किया. इससे बौखला कर स्थानीय प्रशासन की देखरेख में ग्रामीण महिलाओं का उत्पीड़न किया गया है.” यह बात भाकपा माले के उत्तराखंड राज्य सचिव कामरेड राजा बहुगुणा ने प्रेस बयान के माध्यम से कही.
उन्होंने कहा कि, “अपने परिवेश में पेड़ों को बचाने के एवज में महिलाओं पर जिला प्रशासन की निगरानी में बदले की कार्यवाही स्वरूप यह अपराधिक कृत्य किया गया है, जिसकी जिम्मेदारी सीधे-सीधे जिलाधिकारी चमोली पर आती है.
प्रदेश की धामी सरकार को जरा भी शर्म है तो तत्काल प्रभाव से चमोली जिले के जिलाधिकारी को हटाकर इस प्रकरण की न्यायिक जांच करवाएं तथा जिन लोगों ने महिलाओं के साथ अपराधिक कृत्य किया है उन्हें कड़ा से कड़ा दंड दिया जाए.”
राजा बहुगुणा ने कहा कि, “उत्तराखंड सरकार को यह समझना चाहिए कि उत्तराखंड के लोगों ने जल जंगल जमीन पर जनता के अधिकार के लिए राज्य की लड़ाई लड़ी थी. माफिया का वर्चस्व स्थापित करने के लिए आमजन ने उत्तराखंड राज्य की लड़ाई नहीं लड़ी थी. आज भी खटीमा ,मसूरी , मुजफ्फरनगर कांड के घाव हरे हैं और ऊपर से राज्य बनने के दो दशक बाद भी घाव पर नमक छिड़कने जैसा अपमानित करने वाला व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.”