उत्तराखण्ड
सीपीयू की दहशत से आम आदमी बेहाल।
हल्द्वानी अक्सर पुलिस के कई मामले सामने आते रहते हैं पर कंट्रोल पुलिस यूनिट जो कि पुलिस महनिदेशक सिद्धू ने सीपीयू की यूनिट उत्तराखंड में स्थापित की थी कि लोगो को यातायात व्यवस्था कानूनी पाठ पढ़ाया जाए और यातायात के नियमो के बारे मे जागरूकता का पाठ सिखाया जा सके पर ये यूनिट सिर्फ कलेक्शन यूनिट पुलिस के नाम से प्रसिद् हो चुकी है हाला की शहर में यातायात प्रभारी निरीक्षक कार्यालय है जो शहर की यातायात व्यवस्था को देखती है पर ये यूनिट यातायात को देखती नही अपनी वसूली करने में माहिर हो चुकी है एक ट्रांसपोर्टर ने बताया कि शहर में अब इतनी इंट्री हो चुकी हैं की इसका हिसाब किताब नही है।जो कि एक दुकानदार के यहाँ से ये व्यवस्था चलती हैं उन्होंने बताया कि अब तो हम सिर्फ इनकी एंट्री के लिए कमा रहे हैं ट्रैफिक पुलिस से कोई शिकायत नही है उनके अंदर एक दयाभवाना तो है पर सीपीयूं जो शहर के लिए नासूर बन चुकी है इनकी दहशत से व्यक्ति गश खाकर गिर पड़ता है। इस दौरान जब मेरे बेटा अपनी मम्मी को लेकर आ रहा था तो नगर निगम के गेट पर सीपीयू की जीप खड़ी हुई थी इसमें एक इंस्पेक्टर तथा तीन सिपाई रोड पर ऐसे खड़े हुए जैसे शहर में ही कोई वारदात को अंजाम देने वाला हो सीपीयू ने मेरे बेटे को रोक लिया और मेरी पत्नी भी साथ में थी बोले गाड़ी के कागज दिखाओ तो बेटा बोला की कागज ऑनलाइन देख लो गाड़ी के पेपर घर पर है मैं आपको लाकर दिखा देता हूं। उन्होंने उसको जाने नहीं दिया स्कूटी वही खड़ी करवा ली। करीब 20मिनट तक मेरी पत्नी धूप में खड़ी रही ,मेरी पत्नी ने बोला की धूप भूत तेज है प्लीज मुझे जाने दीजिए।बेटा घर आया और स्कूटी के पेपर लेकर गया तो तब मेरी पत्नी धूप के कारण गश खाकर गिर गई ।तो सीपीयू की मानवता देखो एक सिपाई अपने को बचाने के अपने कमरे से वीडियो बनाने लगा , एक तरफ मेरी पत्नी रोड पर गिरी हुई है दूसरी तरफ इनकी दहशत पैदा करने में लगे हुए की हमारी वजह से नहीं हुआ सोचनी विषय है कि आपकी दहशत से पूरा माहौल खराब है पुलिस और भी है उन पर आरोप क्यों नहीं लगते ।