उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी ने बाल कल्याण समिति को संवेदनशील रहते हुए कहा कि जरूरत मंद बच्चे की देखभाल, विकास, उसकी आधारभूत आवश्यकता एवं उसका पुनर्वास करना है।
हल्द्वानी ,,,
कैम्प कार्यालय में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में चाइल्डलाईन सलाहकार बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने बाल कल्याण समिति को संवेदनशील रहते हुए कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि समिति का कार्य है कि जरूरत मंद बच्चे की देखभाल, विकास, उसकी आधारभूत आवश्यकता एवं उसका पुनर्वास करना है। बैठक में बेघर एवं अनाथ बच्चें की स्थिति पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में जनपद में ऐसे 23 बच्चे समिति द्वारा चिन्हित किए गए है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी व्योमा जैन ने बताया कि इन बच्चों के पास दस्तावेज न होने के कारण आधारकार्ड बनाने में समस्या आ रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि बाल कल्याण समिति द्वारा इन बच्चों को सत्यापित कर तत्काल आधार कार्ड बनवाने के निर्देश दिए।
जनपद में खुले आश्रय में निवास कर रहे बच्चों को रोजगार से जोड़ने के लिए बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु जिला बाल संरक्षण अधिकारी को निर्देशित किया। इसके साथ ही राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत समय-समय पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने, जनपद के निजी व सरकारी विद्यालयों में चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी भी आमजनमानस को जनपद में देखभाल और संरक्षण के लिए जरूरतमंद बच्चे मिलते है तो समिति के समक्ष 24 घंटे के भीतर अनिवार्य रूप से बच्चे को पेश करना होगा। इसके लिए टोल फ्री चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर 1098 पर जानकारी दे सकते है।