उत्तराखण्ड
बुजुर्गों के सम्मान को जनचेतना जगानी जरूरी:
बुजुर्गों के सम्मान को जनचेतना जगानी जरूरी: डॉक्टर सीमा
बीए कॉलेज की ओर से आयोजित किया गया सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम
हल्द्वानी। इंस्पिरेशन कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन (बीएड) की ओर से बीएड प्रशिक्षणार्थियों के लिए सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन रामपुर रोड स्थित आनंद आश्रम में किया गया। इस दौरान बुजुर्गों को सम्मानित किया गया और उनके सम्मान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। साथ ही बुजुर्गों के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर आश्रम की संचालिका कनक चंद को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान प्राचार्य डॉक्टर सीमा धानिक ने कहा कि बुजुर्गों के सम्मान के लिए जनचेतना जगानी जरूरी है। परंतु विडंबना इस बात की कि आज आधुनिकता की दौड़ में बुजुर्गों के सम्मान और महत्व को भूलते जा रहे हैं। पूरे परिवार पर बरगद की तरह छांव फैलाने वाले बुजुर्ग आज अपने ही परिवार में असहाय और बहिष्कृत जैसा जीवन जीने को मजबूर हो जाते हैं। हमें समझना होगा कि बुजुर्ग हमारी जिम्मेदारी नहीं बल्कि हमारी आवश्यकता है। वह जीवन के खजाने हैं और उन्हें सहेज कर रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने वृद्ध आश्रम जैसे नाम के स्थान पर वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान के लिए “घर” जैसे शब्दों का प्रयोग किए जाने पर जोर दिया। संयुक्त सचिव संजय जैन ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बुजुर्गों को परिवार में उचित स्थान व सम्मान दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को कराने का उद्देश्य बुजुर्गों के सम्मान में जनचेतना को जगाना है। इस दौरान बुजुर्गों के सम्मान के लिए संस्थान को सम्मान राशि भी भेंट की गई। प्रशिक्षणार्थियों ने बुजुर्गों के सम्मान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में संस्थान के प्रवक्ता डॉ रूपा पालीवाल, डॉ गायत्री मठपाल, दीप्ति बरोला, मोहना बिष्ट, गणेश सिंह ऐरी आदि मौजूद रहे।