उत्तराखण्ड
डीएफओ द्वारा स्वयं प्रतिभाग करने के स्थान अधूरी जानकारियों के साथ अधीनस्थ स्टाफ को भेजने पर सख्त नाराजगी जाहिर की।
RS. Gill journlist
रूद्रपुर – जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने नमामि गंगे योजनान्तर्गत जनपद में संचालित कार्यों की जिला कार्यालय सभागार में गहनता से समीक्षा की। बैठक में संयोजन डीएफओ द्वारा स्वयं प्रतिभाग करने के स्थान अधूरी जानकारियों के साथ अधीनस्थ स्टाफ को भेजने पर सख्त नाराजगी जाहिर की। डीएफओ द्वारा प्रतिनिधि के तौर पर भेजे गए स्टाफ द्वारा बैठक का संचालन न कर पाने पर बैठक से बाहर करते हुए जनपद के समस्त अधिकारियों के लिए निर्देश दिये कि कोई भी अधिकारी अपने अधीनस्थ स्टाफ को भेजने के स्थान पर बैठकों में स्वयं प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी आधी अधूरी तैयारियों के साथ बैठक में प्रतिभाग न करे और सभी अधिकारी पूरी तैयारियों एवं जानकारियों के साथ ही आगामी बैठकों में प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मीटिंग चाहे किसी भी विभाग की हो परन्तु एजेण्डा जिस विभाग से सम्बधित हो, उस विभाग को मीटिंग में अवश्य बुलाया जाये। जिलाधिकारी ने पोल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अन्तर्गत चिन्हित नालें एवं नदियों का प्रदूषण स्तर तथा निर्धारित मानकों का ब्यौरा सहित उपस्थित होने के निर्देश दिये। उन्होंन अधिशासी अभियंता पेयजल निगम मृदुला सिंह को ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कैच द रैन कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में स्थित जलाशयों की क्षमता बढ़ाने हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, अपर जिलाधिकारी डॉ.ललित नारायण मिश्र, नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, अधिशासी अधिकारी मृदुला सिंह सम्बनिधत अधिकारी उपस्थित थे।