उत्तराखण्ड
कप्तान की टीम के निकम्मे खिलाड़ी है कोतवाल
हल्द्वानी। जनपद नैनीताल के पुलिस
कप्तान के नाम को बट्टा लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है
हल्द्वानी के कोतवाल हरेंद्र चौधरी साहब। अपनी कारगुजारियों से इन दिनों चर्चा में रहने वाले कोतवाल साहब कोतवाली पहुचने वाले फरियादीयों को सिर्फ टहलाने का कार्य कर रहे हैं। इसके पीछे उनका य़ह तर्क है कि एसएसपी साहब के सख्त निर्देश है कि कोई भी कार्य करने से पहले उनसे पूछा जाए। यही बजह है कि 11 दिन बीत जाने के बाद भी चोरी की रिपोर्ट लिखने के बजाये कोतवाल साहेब पीड़ित को तारीख पर तारीख दे रहे है पर रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रहे है। पीड़ित उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली के बहेडी से रोज हल्द्वानी कोतवाली के चक्कर काट रहा है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली के बहेड़ी निवासी योगेंद्र कुमार, विनोद कुमार व उनका एक साथी हल्द्वानी उप कारागार में बंद अपने किसी परिचित से मिलने बीते 22 नवंबर बुधवार को यहां आए हुए थे। उन्होंने अपराह्न करीब एक बजे अपनी वेगनआर कार जेल परिसर के पास खड़ी की थी। जब वह तीनों बंदी से मिलकर वापस लौटे तो कार के दरवाजे का लाक टूटा हुआ था व डैशबोर्ड खुला हुआ था। चोर ने डैशबोर्ड के अंदर रखे चार मोबाईल फोन व दो पर्स पर अपना हाथ साफ कर लिया था। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल हीरा नगर चौकी पुलिस को दी। साथ ही बताया कि जिस जगह कार पार्क की गई थी, ठीक उसके सामने सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है, पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक कारवाई तो डीवीआर में चोरी की पूरी घटना व चोर का फोटो भी कैद मिला। बावजूद इसके पुलिस ने कार्यवाई करने के बजाय पीड़ित को टहलाती रही। कोतवाली प्रभारी पीड़ित को य़ह कह कर टहला रहे है कि एसएसपी साहेब से पूछकर ही वह मामले में कोई कदम उठा पाएंगे।