उत्तराखण्ड
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 12 दिवसीय एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम का सफल समापन,
हल्द्वानी ,उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी में आयोजित 12 दिवसीय एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम का भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर 20 से अधिक उद्यमियों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के अलावा हल्द्वानी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रदर्शनी में आए लोगों ने उत्पादों को न केवल सराहा, बल्कि उन्हें खरीदकर प्रतिभागियों का उत्साह भी बढ़ाया।
यह एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम 16 जनवरी को आरंभ हुआ था। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से अनुभवी उद्यमियों, प्रोफेसरों और बैंक अधिकारियों को विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया गया, जिन्होंने छात्रों और प्रतिभागियों को उद्यमिता के विविध आयामों के बारे में शिक्षित किया। इस कार्यक्रम में छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों और अन्य प्रतिभागियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और उद्यमिता से संबंधित महत्वपूर्ण कौशल सीखे।
कार्यक्रम के समापन समारोह में माननीय कुलपति महोदय ने सभी प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें भविष्य में सफल उद्यमी बनने के लिए शुभकामनाएं दीं। कुलपति महोदय ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम उत्तराखंड में पलायन की समस्या को रोकने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं, क्योंकि रोजगार और उद्यमिता राज्य के विकास के लिए आवश्यक हैं।
देवभूमि उद्यमिता योजना के परियोजना अधिकारी, श्री अभिषेक नंदन ने बताया कि भविष्य में भी वह सभी प्रतिभागियों के साथ संपर्क बनाए रखेंगे और उन्हें उद्यमिता से संबंधित मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करेंगे, ताकि वे अपने स्टार्टअप को शीघ्र शुरू कर पंजीकरण करवा सकें।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, डॉ. मनोज कुमार पांडे ने समापन समारोह में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। डॉ. अखिलेश सिंह ने 12 दिवसीय कार्यक्रम का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया और बताया कि किस प्रकार से विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को उद्यमिता के व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम के संचालन का दायित्व डॉ. नागेंद्र सिंह गंगोला ने संभाला। इस अवसर पर समिति सदस्य श्रीमती पूजा शर्मा, प्रिया बोरा, रितु बोरा, नवीन जोशी, प्रोफेसर एम.एम. जोशी, डॉ. बृजेश उपाध्याय, श्री बृजेश बनकोटी, डॉ. नीरज जोशी सहित अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
समापन के अंत में, श्री खेमराज भट्ट ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों, गैर-शिक्षक अधिकारियों, और अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कार्यक्रम की सफलता में उनके योगदान की सराहना की।