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उत्तराखण्ड

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विश्व भारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना हेतु औद्योनिक विभाग की 300 एकड़ भूमि कैबिनेट से स्वीकृत करा कर भूमि विश्वविद्यालय को हस्तगत किये को लेकर पत्र लिखा ,

हल्द्वानी- केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विश्व भारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना हेतु औद्योनिक विभाग की 300 एकड़ भूमि कैबिनेट से स्वीकृत करा कर भूमि विश्वविद्यालय को हस्तगत किये को लेकर पत्र लिखा है जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा है कि मेरे संसदीय क्षेत्र के जनपद नैनीताल के अन्तर्गत रामगढ़ क्षेत्र टैगोर टॉप में स्थित गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर जी की कर्मस्थली है । रामगढ़ वह स्थान है , जहां गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर 19 वीं शताब्दी में 5 बार आए और अपने चर्चित कविता संग्रह ” शिशु ” सहित ” गीतांजलि के कुछ भाग की रचना की , जिसके लिए 1913 में उन्हें साहित्य का नोबेल पुरूस्कार मिला जो किसी एशियाई का पहला नोबेल था ।

गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने अपने जीवन का काफी समय रामगढ़ क्षेत्र में ही व्यतीत किया । वर्तमान में विश्व भारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी है , हाल ही में मा ० प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने रामगढ़ में एक दूसरे परिसर की स्थापना में अपनी रूचि व्यक्त की है । यह हमारे प्रदेश के लिए बहुत गर्व की बात है । यहां यह अवगत कराना भी उचित होगा कि जनभावनाओं के अनुरूप भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के विशेष प्रयासों से विश्व भारती , केन्द्रीय विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल की सर्वोच्च संस्था कार्यपरिषद द्वारा दिनांक 10 जून , 2020 को रामगढ़ ( नैनीताल ) में विश्व भारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नए परिसर की स्थापना का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया है । यह न केवल रामगढ़ वरन् पूरे उत्तराखण्ड की देवभूमि के लिए प्रधानमंत्री जी की ओर से एक और विशेष सौगात है । वर्तमान में जनपद नैनीताल के रामगढ़ क्षेत्र में प्रस्तावित विश्व भारती केन्द्रीय विश्वविद्यालय से लगती हुई औद्योनिक विभाग की लगभग 300 एकड़ भूमि , जो काफी लम्बे समय से रिक्त पड़ी हैं , जिसे उक्त विश्वविद्यालय को देने से जहां इस बंजर भूमि का उपयोग होगा , वहीं विश्व भारती जैसा प्रतिष्ठित केन्द्रीय विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड में खुलने से शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रान्ति आने के साथ – साथ कई लोगों को रोजगार मिलेगा । इसलिए इस प्रकरण को कैबिनेट के सम्मुख अतिशीघ्र लाकर भूमि हस्तांतरित करना न्यायोचित होगा । इस सम्बन्ध में मेरे द्वारा अपने कार्यालय पत्राकं संख्या- 2279 / सांसद / लो . सभा / 2020 दिनांक 23.08.2020 को भी पत्र प्रेषित किया जा चुका है जिसमें कार्यवाही अभी भी अपेक्षित अतः मेरा आपसे सादर अनुरोध है कि जनहित में जनपद नैनीताल के टैगोर टॉप रामगढ़ क्षेत्र में औद्यानिक विभाग उत्तराखण्ड शासन के नियंत्रणाधीन लगभग 300 एकड़ भूमि को विश्व भारती , केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नाम हस्तांतरण किये जाने के सम्बन्ध में काफी लम्बे समय से लम्बित प्रकरण को कैबिनेट से पास किये जाने के सम्बन्ध में सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहे , ताकि उत्तराखण्ड प्रदेश को देश के शिक्षा हब के रुप में विकसित करने में एक नया आयाम प्राप्त हो सके ।


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