उत्तराखण्ड
ब्रह्मज्ञान के पश्चात सत्संग आवश्यक है
हल्द्वानी उत्तराखंड19 मार्च।प्रभु कृपा से कई जन्मों पश्चात मनुष्य जन्म मिलता है सदगुरु कृपा से ज्ञान की प्राप्ति होती है जैसे बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने हरदेव वाणी में फरमाया है
जिसकी भक्ति जिसकी पूजा उसका ज्ञान जरूरी है
कहे हरदेव पहले ईश्वर की पहचान जरुरी है
ज्ञान पर दृढ़ता के लिए सत्संग आवश्यक है बाबा अवतार सिंह जी महाराज कहते हैंजो संतजन प्रतिदिन संगत में आते हैं वो कभी भी भुलावे में नहीं पडते कोई भी समय हो संगत को हाथ से नहीं खोना l वर्तमान मैं ब्रह्मज्ञान के दाता सदगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज है जिनका कहना है ब्रह्मज्ञान से ही जीवनमुक्ति संभव है हमें सभी काआदर सत्कार करना है किसी से भी मनों में द्वेष भाव न हो ।
यह उदगार केंद्रीय ज्ञानप्रचारक जी के द्विवेदी जी ने हल्द्वानी (नैनीताल) के नीलियम कॉलोनी देवलचौर के एक खुले प्रांगण में विशाल सत्संग समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये और अंत में श्री आंनद सिंह नेगी जी ब्रांच संयोजक ने आई हुई समस्त साधसंगत का आभार व्यक्त किया ।
Gobind Singh Bisht
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