उत्तराखण्ड
भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन कार्यो की समीक्षा करते हुए कार्यो की धीमी गति से नाखुश जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो में तेजी लाने के दिए निर्देश ,,
बागेश्वर
भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन कार्यो की समीक्षा करते हुए कार्यो की धीमी गति से नाखुश जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए।।उन्होंने कहा अभियंता स्वंय अथवा अपने अधीनस्थ सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंताओं द्वारा नियमित जल जीवन मिशन के कार्यो का निरीक्षण करवायें, ताकि कार्यो में गुणवत्ता के साथ ही गति आ सके।जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के फेज-2 के सभी पेयजल योजनाओं के टैण्डर कराते हुए कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश कार्यदायी संस्था पेयजल निगम, जल संस्थान व सिंचार्इ के अधिशासी अभियंताओं को दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यो में देरी अथवा कोताही कतर्इ बर्दास्त नहीं की जायेगी, कार्यो की गुणवत्ता का थर्ड पार्टी सत्यापन भी कराया जायेगा। बैठक में अधिशासी अभियंता पेयजल निगम ने बताया कि जीवन मिशन के फेज-2 के अंतर्गत पेयजल निगम की 141 योजनायें है, जिसमें से 140 कार्यो का टैण्डर कर 120 योजनाओं पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है तथा 20 योजनाओं में टैण्डर कर अनुबंध की प्रक्रिया गतिमान है, जबकि 01 योजना का टैण्डर किया जाना है। इसी तरह अधि0अभि0 जल संस्थान द्वारा बताया गया कि जल संस्थान द्वारा 168 योजनाओं में से 156 पर टैण्डर कर दिए गए है, 12 के टैण्डर किए जाने है, जबकि 68 योजनाओं में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। शेष कार्यो के अनुबंध की कार्यवाही गतिमान है। इसी तरह अधि0अभि0 सिंचार्इ ने बताया कि 112 योजनाओं में से 111 के टैण्डर हो चुके है, एक योजना का टैण्डर किया जाना है, जबकि 65 योजनाओं में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल जीवन के कार्यो में गुणवत्ता के साथ ही तेजी से कार्य किया जाए, ताकि योजना का लाभ जनता को शीघ्र से शीघ्र मिल सके।
बैठक में जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, अधि0अभि0 जल निगम वीके रवि, जल संस्थान सीएस देवडी, सिंचार्इ एसएस बिष्ट, जिला पंचायत राज अधिकारी सुन्दर लाल आर्या आदि मौजूद थे।