उत्तराखण्ड
दमुवाढूंगा क्षेत्र में राजस्व सर्वेक्षण प्रारंभ, सीमांकन से मालिकाना हक मिलने की राह आसान,, महापौर गजराज,
हल्द्वानी-काठगोदाम। दमुवाढूंगा क्षेत्र में आज राजस्व, नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित राजस्व गाँव के सर्वे और सीमांकन कार्य की शुरुआत की गई। इस कार्य में सीमाओं का पिलर लगाकर चिन्हांकन किया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक बंशीधर भगत, महापौर गजराज बिष्ट, पूर्व महापौर जोगेंद्र रौतेला, सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल चौहान, एसडीएम राहुल शाह, नगर आयुक्त ऋचा सिंह, तहसीलदार कुलदीप पांडे सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी कार्य स्थल पर मौजूद थे।महापौर गजराज बिष्ट ने बताया कि यह सर्वे डीजीपीएस तकनीक द्वारा किया जा रहा है और वन विभाग का सहयोग भी लिया जाएगा। यह एक ऐसा बड़ा कदम है जिसके द्वारा दमुवाढूंगा को राजस्व ग्राम बनाकर वर्षों पुरानी मांग पूरी कर दी गई है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रति प्रतिबद्धता और जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। सर्वे के पूरा होने पर क्षेत्र के लोगों को उनके मालिकाना हक मिलने में आसानी होगी, इससे उनकी जमीन के दावे मजबूत होंगे।इससे पूर्व प्रशासन ने भूमि अभिलेख अद्यतन हेतु इलाके में नए निर्माण, भूमि खरीद-फरोख्त व सीमांकन में बदलाव पर रोक भी लगाई है, ताकि सर्वे प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। इस दौरान अवैध कब्जे व निर्माण को रोकने के लिए लेखपालों और राजस्व अधिकारियों को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।दमुवाढूंगा में राजस्व गाँव के रूप में बंदोबस्त के बाद दशकों से प्रशासनिक कार्यों के तहत भूलेखन एवं माप के अभाव में लोगों की जमीनों की पहचान स्पष्ट नहीं थी, जिससे विवादित कब्जों की समस्या भी रहती थी। अब शुरू हुए सर्वे से इस समस्या का समाधान होने की संभावना है। क्षेत्रीय विधायक बंशीधर भगत ने क्षेत्रवासियों की आस्था और उम्मीद व्यक्त की है कि इससे उनकी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।यह उपलब्धि केंद्र, राज्य और नगर निगम की त्रिपक्षीय सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है, जो नागरिकों को उनकी संपत्ति के अधिकार दिलाने के लिए निरंतर काम कर रही है।यह राजस्व सर्वे कार्य हल्द्वानी की लगभग 40 हजार जनता के लिए विशेष महत्व रखता है और दमुवाढूंगा क्षेत्र के विकास तथा सामाजिक सुरक्षा में सहायक सिद्ध होगा।
















