उत्तराखण्ड
देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 6 दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट कार्यक्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया,,
हल्द्वानी,,,उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों ने पूरा किया फैकल्टी मेंटरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम। हाल ही में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ई.डी.आई.आई), अहमदाबाद ने देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत अपने 6 दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट प्रोग्राम (21-26 जुलाई ) का समापन किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखंड के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से कुल 26 शिक्षकों ने भाग लिया। उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड सरकार की पहल के तहत इन शिक्षकों को राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत डॉ. अखिलेश सिंह और डॉ. आशीष टम्टा, सहायक प्रोफेसर, पर्यटन विभाग, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 6 दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट कार्यक्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। इस योजना के तहत प्रतिवर्ष उत्तराखंड के 90 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिए जाने की योजना प्रस्तावित है। इस योजना का यह दूसरा वर्ष है। इस मेंटर डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत साइकोमेट्रिक टेस्ट, मेंटरिंग, डीयूवाई पोर्टल और स्टार्ट-अप अवसर पहचान सहित उद्यमिता से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया। देवभूमि उद्यमिता योजना (DUY), उत्तराखंड सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की एक पहल है, जिसे भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद द्वारा समस्त उत्तराखंड राज्य में लागू किया जा रहा है। देवभूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य राज्य भर के युवाओं को उद्यमिता कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से युवाओं को उद्यमिता कौशल विकसित करने और आत्मनिर्भर बनने के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। देवभूमि उद्यमिता योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो उत्तराखंड के युवाओं में उद्यमिता और स्वरोजगार के विकास का समर्थन करती है तथा नवाचार को प्रोत्साहित करती है। देवभूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य समग्र और रणनीतिक हस्तक्षेपों के माध्यम से शैक्षणिक परिसरों, ग्रामीण क्षेत्रों और वंचित तथा हाशिए पर पड़े लोगों के बीच उद्यमिता विकास और स्टार्टअप निर्माण मिशन को मजबूत कर राज्य को अपेक्षित उद्यमिता के मार्ग पर ले जाना है। इस कार्यक्रम के दौरान, शिक्षकों ने छात्रों के बीच उद्यमशीलता की मानसिकता को विकसित करने के लिए विस्तृत कार्य योजनाएँ प्रस्तुत की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में डॉ. सुनील शुक्ला, डॉ. सत्य रंजन आचार्य, डॉ. अमित कुमार द्विवेदी, डॉ. पंकज भारती, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. बैशाली मित्रा और श्री स्नेहल देसाई आदि शामिल थे। देवभूमि उद्यमिता योजना का प्रमुख उद्देश्य उद्यमिता और नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के लिए माहौल बनाना और उसे बढ़ावा देना है।