उत्तराखण्ड
अतिक्रमण हटाना मात्र एक खानापूर्ति है
वर्तमान जिला प्रशासन में कहां दम है हल्द्वानी शहर को अतिक्रमण मुक्त कर सकें हल्द्वानी को फिर से सूर्य प्रताप सिंह जैसे जिलाधिकारी की आवश्यकता है अन्यथा ये अतिक्रमण हटाना एक दिखावा मात्र है प्रशासन में हिम्मत है तो बाजार को अतिक्रमण मुक्त करके दिखाएं जहां पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है हर दुकान के आगे दुकान सजी हुई है कौन है वह लोग जो दो 1 वर्षों में अचानक कहीं से आकर हल्द्वानी शहर की सुंदरता को निगलने में लगे हैं हजारों की संख्या में ठेले वाले जो कहीं भी ठेला अडाकर खड़े हो जाते हैं जिनकी कोई सत्यापन भी नहीं है प्रशासन आंख में पट्टी बांध कर बैठा है