उत्तराखण्ड
ढाबाओ की मनमानी से यात्री परेशान,
उत्तराखंड परिवहन निगम के अधिकारियों के तुगलगी फरमानों से बसों के चालक और परिचालक सहित यात्रियों को भी फ़जियत का सामना करना पड़ रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवहन निगम द्वारा लम्बे रूटों चल रही बसों के चालक ,एवं परिचालकों के लिए सख्त आदेश जारी किए गए हैं कि परिवहन निगम द्वारा अनुबंधित ढाबों पर बसों को रोका जाए अन्यथा चालक को विभागीय कारवाई का सामना करना पड़ेगा यात्रियों का कहना है कि चालक परिचालक द्वारा जिन अनुबंधित ढाबों पर बसों को रोका जाता है उन ढाबों के मालिकों एवं सेवादारों द्वारा यात्रियों से अभद्रता के साथ साथ मनमानी पैसा वसूला जाता है कई अनुबंधित ढाबे ऐसे भी हैं जहां महिला यात्राओं के लिए प्रसाधन की कोई सुविधा नहीं है जोकि अनिवार्य है, यात्रियों का कहना है कि ढाबों में खाने की गुणवत्ता भी बहुत ही खराब होती है, शिकायत करने पर ढाबों के मालिक व सेवादार मारपीट पर उतारू हो जाते हैं ऐसा लगता कि परिवहन निगम के अधिकारियों द्वारा अपनी जेबें भरने के लिए ढाबों से अनुबंध कर चालक परिचालक को उन्हीं ढाबों पर बस रोकने के लिए आदेशित किया गया है, जिसमें कई बार यात्राओं द्वारा इसकी शिकायत भी की जा चुकी है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई अमल में लाई गई, इस दौरान कई बार चालाक एवं परिचालक द्वारा इस तरह की घटनाओं को उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं,एवं लिखती शिकायत भी दी जा चुकी हैं लेकिन उसके बाद कोई सुनवाई नहीं हुई है,इसका सीधा मतलब ये ही है अधिकारियों के साठ गांठ के चलते इन ढाबों से अनुबंधित किया गया होगा ,,जिसके चलते चालक परिचालक को मजबूरी में इन ढाबों पर बसों को रोकना पड़ता है,अगर अधिकारी इस पर ध्यान नहीं देंगे तो इस तरह से यात्रियों को भी शिकार का सामना करना पड़ेगा,,,

