उत्तराखण्ड
इन पुत्रन के सीस पर, वार दिए सुत चार, चार मुए तो क्या हुआ जीवित कई हज़ार,,
सफ़र ए शहादत
इन पुत्रन के सीस पर, वार दिए सुत चार, चार मुए तो क्या हुआ जीवित कई हज़ार
आज गुरुद्वारा गुरु नानक पूरा में चार साहिबज़ादे वा माता गुजरी जी की महान शहादत को समर्पित गुरमत समागम का आयोजन किया गया। जिसमें बहार से आये ज्ञानी गुरदेव सिंघ जी (ऑस्ट्रेलिया) ने सिखो के दसवे गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंघ जी के चार साहिबज़ादे वा माता गुजरी जी की शहीदी इतिहास संगत को बताया की किस तरह उस समय की हुकूमत ने गुरु जी के २ छोटे साहिबज़ादो बाबा अजीत सिंघ जी उम्र 5 साल बाबा जुझार सिंह जी उम्र 7 साल को दीवारों में चीनवा कर शहीद कर दिया और बड़े साहिबज़ादे बाबा ज़ोरावर सिंघ जी 15 साल, बाबा फ़तेह सिंघ जी उम्र 17 साल मुग़ल हुकूमत की लाखो की फ़ौज का जंग के मैदान मैं सामना करते हुए शहीद हो गए | हज़ूरी रागी भाई प्रभु सिंघ जी खालसा एवं भाई दलजीत सिंघ, जसपाल सिंघ के जत्थे द्वारा गुरुजस गायन कर संगत को निहाल किया अंत मैं हेड ग्रंथि भाई ठाकुर सिंघ जी ने अरदास कर प्रोग्राम का समापन किया। सभी संगत ने गुरु का लंगर छका । कार्यक्रम मैं इंदरजीत गार्डन की समूह संगत ने विशेष सहयोग दिया ।प्रबंधन कमेटी ने आयी संगत का धन्यवाद किया ।
कार्यक्रम मैं मुख सेवादार अमरजीत सिंघ , नरेन्दरजीत सिंघ रोडू , जसपाल सिंह, प्रभजोत सिंघ, मंजीत सिंघ, प्रिंस कोहली, हरजीत सिंघ, अवनीत सिंघ, जसबीर सिंघ , हरजोत सिंघ, रमन साहनी आदि मौजूद रहे