उत्तराखण्ड
महिला अस्पताल की भूमि पर दंबगो द्वारा किया जा रहा कब्जा अस्पताल प्रबंधन मौन
रिपोर्टर…रामसिंह गिल
आँखें मूँद कर बैठा स्वास्थ्य विभाग ।महिला अस्पताल मेंबिना रोकटोक दबंग धीरे धीरे कर रहे कब्जा ,लग गए दरवाजे।
सितारगंज,, शहर में पुराने सरकारी महिला अस्पताल की भूमि कब्जाने मे वहीं पास के दबंग लोगों का दाँत है।अस्पताल के कर्मचारियों के ड्यूटी पर तैनात होने पर भी अस्पताल की चारदीवारी से सटे निर्भीक दबंग लोगों ने अस्पताल के प्रांगण में फाटक व दरवाजे तथा विंडो लगा लिए हैं।
लेकिन खबर छपने के बाद भी खबर शेयर करने पर कोई सरकारी भूमि व संपत्तियों को बचाने के लिए दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।समाज और देश की सरकारी संपत्तियों व भूमि पर सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों की घोर लापरवाही से लगातार खतरा उत्पन्न हो गया है।
हैरानी की बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी पर सरकारी संपत्ति बचाने के लिए कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई।जहाँ तहाँ छुटभैय्ये दबंग निडरता के साथ अवैध खेल को अंजाम दे रहे हैं।
वहीं पर महिला अस्पताल में पीने के पानी व शौचालयो कु सुविधाएं जड़ से नहीं हैं।अस्पताल के प्रांगण में बडी बडी घास व झाड़ियाँ उग रही हैं।उत्तराखंड सरकार के अधिकारी व उच्च अधिकारी लापरवाह हैं।क्योंकि वेतन तो बिना किसी रिस्क के आसानी से उपलब्ध हो रहा है।वही डॉक्टर की कई सालों से नियुक्ति भी नहीं की गई है।स्वास्थ्य विभाग धूल चाट रहा है।
अच्छे दिन पहले थे वर्तमान में नहीं।