उत्तराखण्ड
आशा वर्करों की मांगों को अनसुना किया गया तो इसका जवाब विधानसभा चुनाव में दिया जायेगा
• आशा वर्करों की मांगों को अनसुना किया गया तो इसका जवाब विधानसभा चुनाव में दिया जायेगा
• आशा कार्यबहिष्कार के पांच दिन
कार्यबहिष्कार के पांचवें दिन ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन द्वारा जारी बयान में कहा गया कि, “आशा वर्करों ने उत्तराखण्ड राज्य की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को अपने दम पर जी जान से चलाकर ताकत दी है। लेकिन अफसोस की बात है कि आशाओं को प्रदेश की धामी सरकार सम्मानजनक मानदेय देने के अपने वादे पर कायम नहीं रह पायी है।”
यूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि, “राज्य सरकार द्वारा इसी तरह से आशा वर्करों की मांगों को अनसुना करना जारी रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका जवाब दिया जायेगा, इसलिए सरकार तत्काल आशाओं को मासिक वेतन देने की घोषणा करे।”
हड़ताल के पांचवें दिन के प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, प्रीति रावत, सरोज रावत, रीना बाला, चम्पा मंडोला, शकुंतला, मीना शर्मा, मीना शनोला, भगवती बिष्ट, भगवती बेलवाल, सलमा, राबिया, रेशमा, कमला बिष्ट, मंजू रावत, कमला आर्य आदि शामिल रहीं।
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