उत्तराखण्ड
गुरु तेग बहादुर साहिब जी एवम गुरु अर्जुन देव जी का प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
आज गुरुद्वारा गुरु नानक पूरा में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 400 वा एवम गुरु अर्जुन देव जी का 459 वा प्रकाश पर्व मनाया गया जिसमे एक दीवान सजाया गया सर्व प्रथम हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा गुरु नानक पूरा के भाई प्रभु सिंह जी द्वारा कीर्तन गायन किया गया उसके बाद यू एस ए से आई बीबी रुहमीन कौर द्वारा कीर्तन गायन किया गया। तथा फतेहगढ़ पंजाब से आए कथा वाचक भाई कर्मवीर सिंह जी ने गुरु के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु बिन प्रीत नही होती है उन्होंने कहा कि भागती एक ऐसा मार्ग हैं जहां गुरु खुद अपने भगतो की लाज रखते हैं एक बार प्रेम करके देखो तो सही गुरु कैसे आपके कार्य सिद्ध करता है जब आप गुरु वाले बन जाओगे तो गुरु अपने आप आपके साथ चलकर आएंगे बस भागती का मार्ग होना चाहिए ये दुनियावी सफ़र है इसमें बहुत से कार्य ऐसे निकल जाते है जो भागती को भी अधूरा छोड़ देते है इसलिए एक बार प्रभु से प्रेम करके देखो तो आपको अपने जीवन जीने का आनंद आ जाएगा, अमृतसर हजूरी रागी। जत्था दरबार साहिब से आए भाई। देवेंद्र सिंह जी ने कीर्तन गायन किया तथा गुरु की संगत को नियाल कर दिया इस दौरान गुरु का लंगर भी वर्ताया गया ।ये समागम परमजीत सिंह बिंद्रा जी परिवार द्वारा मनाया गया है बिंद्रा परिवार जो कि यू एस ए में रहते हैं उन्होंने गुरु का पर्व हल्द्वानी गुरुद्वारा गुरु नानक पूरा में मनाया।उन्होंने साध संगत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है जो गुरु की संगत का आश्रीवाद प्राप्त हुआ है