उत्तराखण्ड
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राष्ट्रीय सैनिक संस्था, रूड़की इकाई द्वारा रूड़की में आयोजित ‘‘देश के सम्मान में-राष्ट्रीय सैनिक संस्था मैदान में’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को राष्ट्रीय सैनिक संस्था, रूड़की इकाई द्वारा रूड़की में आयोजित ‘‘देश के सम्मान में-राष्ट्रीय सैनिक संस्था मैदान में’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने संस्था की ओर से गौरव सैनानियों को उनके योगदान के लिए शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था मेरा प्राथमिक परिवार है। सभी पूर्व सैनिक मेरे इसी परिवार के सदस्य हैं। राष्ट्रभक्ति की भावना से प्रेरित यह संस्था हमारे असंख्य गौरव सैनानियों और देशभक्त नागरिकों को एकता के सूत्र में जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हमारी राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय चुनौतियों के समाधान के लिए हमारे सामाजिक ताने-बाने में एकता और राष्ट्रभक्ति की आवश्यकता है। राष्ट्रीय सैनिक संस्था के गौरव सैनानी इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इस परिवार को, हजारों देशभक्त नागरिकों और वीर सैनिकों ने स्वयं समर्पित भावना से बनाया है। इस परिवार का सदस्य होना हर एक के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था निरंतर राष्ट्र सर्वोपरि की भावना से कार्य कर रही है जो प्रशंसनीय है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय चेतना, संस्कृति इतिहास और परम्पराओं की रक्षा के लिए भारत की सेना राष्ट्र प्रथम की भावना से सदैव तत्पर रहती है। हमारे सैनिकों का सीमाओं में सुरक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की आपदाओं में सराहनीय कार्य करने में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। भारत के वीर सैनिक हर र्मोचे पर अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों में नेतृत्व करने की एक प्राकृतिक क्षमता है, और वे समाज एवं राष्ट्र की चुनौतियों के समाधान खोजने का भी कार्य करे। पूर्व सैनिक और गौरव सैनानी भ्रष्टाचार जैसी चुनौतियों के निवारण के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हमें एकता और एकजुटता से कार्य करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि संस्था अन्य लोगों को भी राष्ट्रभक्ति और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित करें।