Connect with us

उत्तराखण्ड

राज्यपाल गुरमीत सिंह: सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी, नियम सबके लिए समान”


देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने आज देहरादून स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में जहां सड़कों की स्थिति और मौसम दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा देते हैं।

राज्यपाल ने लापरवाही से वाहन चलाने को खतरनाक बताते हुए स्कूल स्तर से ही बच्चों में सड़क सुरक्षा का संस्कार विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों से भी स्थानीय यातायात नियमों, गति सीमा के पालन और नशा कर वाहन न चलाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में उन्होंने आरटीओ की उस पहल की सराहना की, जिसके तहत सप्ताह में एक दिन सार्वजनिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर अच्छे व्यवहार वाले चालकों और ‘गुड समेरिटन’ को सम्मानित भी किया गया।

विशेष बात यह रही कि राज्यपाल ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण आम नागरिक की तरह सभी औपचारिकताएं पूरी कर कराया और विशेष सुविधा का लाभ नहीं लिया। उन्होंने संदेश दिया कि कानून और प्रक्रिया सबके लिए समान हैं तथा सरकारी सेवाएं पारदर्शी, तकनीक-आधारित और सरल होनी चाहिए।

राज्यपाल गुरमीत सिंह: सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी, नियम सबके लिए समान”
देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने आज देहरादून स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन हर नागरिक का कर्तव्य है, विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में जहां सड़कों की स्थिति और मौसम दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा देते हैं।

राज्यपाल ने लापरवाही से वाहन चलाने को खतरनाक बताते हुए स्कूल स्तर से ही बच्चों में सड़क सुरक्षा का संस्कार विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों से भी स्थानीय यातायात नियमों, गति सीमा के पालन और नशा कर वाहन न चलाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में उन्होंने आरटीओ की उस पहल की सराहना की, जिसके तहत सप्ताह में एक दिन सार्वजनिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर अच्छे व्यवहार वाले चालकों और ‘गुड समेरिटन’ को सम्मानित भी किया गया।

विशेष बात यह रही कि राज्यपाल ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण आम नागरिक की तरह सभी औपचारिकताएं पूरी कर कराया और विशेष सुविधा का लाभ नहीं लिया। उन्होंने संदेश दिया कि कानून और प्रक्रिया सबके लिए समान हैं तथा सरकारी सेवाएं पारदर्शी, तकनीक-आधारित और सरल होनी चाहिए।

Ad Ad Ad Ad Ad

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page